भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (madhya pradesh) में जिलों में अनुकंपा नियुक्ति (Compassionate appointment) के मामले निपटाने के आदेश दिए गए थे। बावजूद इसके मामले निपटाने में हो रही देरी की वजह से लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त जयश्री कियावत (Jayashree kiyavat) ने नाराजगी जाहिर की है। इसके साथ ही साथ उन्होंने विशेष शिविर लगाकर प्रकरण निपटाने के साथ 1 फरवरी तक रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा दिवंगत कर्मचारियों के परिजन को अनुकंपा नियुक्ति देने के लिए विशेष शिविर लगाया जाएगा। लोक शिक्षण संचालनालय ने इसके लिए निर्देश जारी किए हैं। वहीं जिला शिक्षा अधिकारियों (District Education Officers) को निर्देश देते हुए कहा गया कि 29 और 30 जनवरी को शिविर लगाकर अनुकंपा नियुक्ति के मामले निपटाए जाएं।
इतना ही नहीं निर्देश में यह भी कहा गया है कि 1 फरवरी को स्कूल शिक्षा विभाग को अनुकंपा नियुक्ति के निपटाए मामलों की रिपोर्ट भी सौंपी जाए। अनुकंपा नियुक्ति के लिए 29 व 30 जनवरी को शिविर लगाया जाएगा। जिसके लिए आश्रितों को तीन विकल्प दिए जाएंगे। इन तीन विकल्पों में से एक विकल्प का चयन आश्रितों को करना होगा और उसके लिखित सहमति भी देनी होगी।
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बता दें कि वर्तमान में दिवंगत कर्मचारियों के 62 आश्रितों को नियुक्ति दी जानी है। जिसमें 20 सामान्य वर्ग के, 31 अन्य पिछड़ा वर्ग और 10 अनुसूचित जाति वर्ग के उम्मीदवार है। जिला स्तरीय कार्यालय में सहायक ग्रेड 3 के पद खाली नहीं है। इसलिए विकल्प का चयन किया जाना अनिवार्य किया गया है।
वहीं यदि आश्रितों को अनुकंपा नियुक्ति के तहत सहायक ग्रेड 3 के पद पर नियुक्ति चाहिए तो उन्हें 7वर्षों तक प्रतीक्षा करने की सहमति देनी होगी। दूसरे विकल्प के मुताबिक अगर आश्रित भृत्य के पद पर अनुकंपा नियुक्ति लेनी हैं तो उन्हें सहमति पत्र देनी होगी। इसके अलावा तीसरा विकल्प जिसमें आश्रितों को नौकरी के स्थान पर 5 साल तक वेतन देने के प्रावधान किए गए हैं। वही आश्रितों को वही वेतन मिलेंगे। जो कर्मचारी को मृत्यु से ठीक पहले दिए जा रहे होंगे।