भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश बीजेपी (MP BJP) में सियासी हलचल तेज होती जा रही है। विपक्ष जहां एक तरफ इल्जाम लगा रहा है। वहीं दूसरी तरफ BJP में वरिष्ठ नेताओं को दरकिनार करने का सिलसिला जारी है। देर रात बीजेपी की कार्यसमिति की सूची जारी की गई। कार्यसमिति की सूची जारी होते ही एक नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल इस सूची में वरिष्ठ नेताओं का नाम ना होना, कई तरह के सवाल खड़े कर रहे हैं।
दरअसल बीजेपी ने अपनी प्रदेश कार्यसमिति में पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) को शामिल नहीं किया है। इसके अलावा पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ सिंह को भी लिस्ट में जगह नहीं दी गई है। वही नोटिस मिलने के बाद भी जयंत मलैया (jayant malaiya) का नाम कार्यसमिति में शामिल होना अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है।
बीडी शर्मा की कार्यकारिणी में कई दिग्गज मंत्रियों को सिंधिया (Scindia) के नीचे जगह मिली है जिसको लेकर भी विवाद देखा जा रहा है। बता दें कि इससे पहले बीजेपी कार्यसमिति की सूची में जाति के नाम का उल्लेख किया गया था। हालांकि बाद में मामला बिगड़ता देख बीजेपी ने जातीय समीकरण को सूची से अलग कर दिया। इस मामले में बीजेपी का कहना है कि यह महज चूक है। बता दे कई नेताओं की जाति गलत होने के कारण उस सूची पर विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
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माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश के कई सियासी मामले और शराब का विरोध करना उमा भारती को भारी पड़ गया है। बता दे कि उमा भारती ने प्रदेश में शराब बंदी का ऐलान किया था और इसके लिए उन्होंने कई तरह की दलीले दी थी। उमा भारती के अलावा कप्तान सिंह सोलंकी और मेघराज जैन को भी कार्यकारिणी में शामिल ना किया जाना प्रदेश बीजेपी के अंदर बड़े बदलाव के संकेत दे रहे हैं।
हालांकि बीजेपी के अंदर चल रही सियासी सरगर्मियां के कारण अबतक खुलकर सामने नहीं आ पाए हैं। वहीं बीजेपी के दिग्गजों द्वारा लगातार किसी भी सियासी उथल-पुथल से इनकार किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में विपक्ष के पास ना कोई ठोस कारण है और ना ही कोई ठोस दलील, जिस पर वह बीजेपी पर सवाल खड़े कर सकती है। लेकिन गुप्त रूप से होने वाली इन मुलाकातों के सियासी समीकरण जल्द ही खुलकर सामने आएंगे। ऐसे अनुमान लगाए जा रहे हैं।