Gwalior : मैनेजर पर भड़के प्रवीण पाठक, बोले- जब पब्लिक पीटेगी तब समझ आएगा

ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  ग्वालियर (Gwalior) दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) कमलाराजा अस्पताल (KRH) के निरीक्षण के दौरान भड़क गए जब जब उन्हें जगह जगह गन्दगी के ढेर दिखाई दिए। उन्होंने जयारोग्य अस्पताल समूह (JAH) की सफाई व्यवस्था संभाल रही प्राइवेट कंपनी के मैनेजर की जमकर क्लास ली। कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने कहा कि तुम मंत्री की सुनते नहीं हो, संभाग आयुक्त की सुनते नहीं हो, विधायक की सुनते नहीं हो, डीन और अस्पताल अधीक्षक की सुनते नहीं हो। जब पब्लिक पीटेगी तब सुनोगे। नाराज विधायक ने कहा कि मैं लिखकर दे दूंगा तो नौकरी चली जाएगी, बेरोजगार हो जाओगे।

ग्वालियर (Gwalior) दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने शनिवार की देर शाम जयारोग्य अस्पताल समूह (JAH) के कमलाराजा महिला एवं बाल चिकित्सालय (KRH) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जगह-जगह गंदगी देखकर विधायक प्रवीण पाठक को गुस्सा आ गया। उन्होंने सफाई का ठेका संभाल रही प्राइवेट कंपनी हाइट के मैनेजर दिनेश को बुलाकर फटकार लगाई। कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने सफाई मैनेजर से कहा कि तुम मंत्री की सुनते नहीं हो, संभाग आयुक्त की सुनते नहीं हो, विधायक की सुनते नहीं हो, डीन और अस्पताल अधीक्षक की सुनते नहीं हो। तुम चाहते क्या हो, जब पब्लिक पीटेगी तब सुनोगे। क्या तुम्हारा अस्पताल होता तो तुम इसे ऐसा ही रखते। किसी ने तुम्हें सफाई करने से मना किया है? फिर क्यों नहीं करते सफाई। मैं लिखकर दे दूंगा तो नौकरी चली जाएगी, बेरोजगार हो जाओगे। नाराज विधायक ने मैनेजर से पूछा कहां है तुम्हारा सुपरवाइजर?  मैनेजर ने कहा आता होगा, तो विधायक ने कहा उसे तत्काल हटाओ मुझे यहाँ इमीजिएट स्टाफ चाहिए। उन्होंने कहा कि 15 दिन के अंदर मैं फिर से आऊंगा तब तक अस्पताल की व्यवस्थाएं चाक-चौबंद होना चाहिए।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....