भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश(Madhyapradesh) का सियासी उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्वालियर-चंबल अंचल(Gwalior-Chambal Zone) में भाजपा की सदस्यता बैठक(BJP membership meeting) के बाद एक तरफ जहां कांग्रेस(Congress) हर मुद्दे पर बीजेपी को घेर रही है। वही अब बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा(BJP state president VD Sharma) ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। बीडी शर्मा ने मीडिया(Media) से चर्चा के दौरान कहा कि आज कांग्रेस के नेता ग्वालियर-चंबल अंचल में जाकर भाजपा से सवाल कर रहे हैं। लेकिन उन्हें सवाल पूछने के बजाय जनता को यह बताना चाहिए कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने मध्यप्रदेश को चंबल एक्सप्रेस वे की जो सौगात दी थी, कमलनाथ(Kamalnath) ने उसे ठंडे बस्ते में क्यों डाल दिया था?
प्रदेश में भाजपा सरकार आते ही चंबल एक्सप्रेस वे(Chambal Express Way) को प्रोग्रेस वे(Progress way) के रूप में आगे बढ़ाने का काम हुआ और अब उसे केंद्र सरकार की मंजूरी भी मिल गई है। उन्होंने कहा कि कमलनाथ जी जब मुख्यमंत्री थे तब उन्हीं के मंत्री गोविन्द सिंह(Govind Singh) ने रेत के अवैध उत्खनन का आरोप लगाते हुए पैसा नीचे से ऊपर तक जाने की बात कही थी। कमलनाथ बताएं कि इस ‘उपर तक में’ क्या सोनिया गांधी और 10 जनपथ भी शामिल थे ?
भाजपा के सदस्यता अभियान से कांग्रेस में खलबली
सदस्यता अभियान को लेकर कांग्रेस नेताओं द्वारा किए जा रहे सवालों को लेकर प्रदेश अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि ग्वालियर में हुए भाजपा के सदस्यता अभियान की धमक दिल्ली तक पहुंच गई है। जिसको लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं और स्वयं सोनिया गांधी जी को विचार करना पड़ रहा है। कांग्रेस को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए मंथन करना पड़ रहा है और पूरी कांग्रेस में खलबली है। शर्मा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता आधरित पार्टी है।यहां एक बूथ का अध्यक्ष राष्ट्रीय अध्यक्ष तक बन सकता है। यहां गरीब मॉ के बेटे नरेन्द्र मोदी (प्रधानमंत्री), गरीब किसान के बेटे शिवराजसिंह चौहान (मुख्यमंत्री) और सामाजिक चेतना के लिए संघर्ष करने वाली उमा भारती (मुख्यमंत्री) बन सकती हैं। यहां कांग्रेस की तरह एक परिवार विशेष का कब्जा नहीं होता।
ग्वालियर-चंबल अंचल में कांग्रेस के पास कोई नेता नहीं बचा
बीडी शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के पास अब ग्वालियर-चंबल अंचल में कोई नेता नहीं बचा है। यही कारण है कि कांग्रेस को दूसरे अंचल के तीन पूर्व मंत्रियों को ग्वालियर भेजना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सदस्यताग्रहण समारोह के दौरान 76361 कांग्रेस कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हुए, जिससे कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के पैरों तले जमीन खिसक गई है। कांग्रेस के नेता भयभीत हैं और इसलिए व्यर्थ के सवाल उछाल रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस के कमलनाथ और दिग्विजय सिंह को पहचान चुकी है, परख चुकी है और अब वह इनके छलावे में नहीं आने वाली।