राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट : दिल्ली जा रही विदेशी महिला के बैग से मिला जिंदा कारतूस, गिरफ्तार

Gaurav Sharma
Published on -

भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल (Bhopal) में स्थित राजा भोज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Raja Bhoj International Airport) से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एयर इंडिया (Air India) की फ्लाइट (Flight) से दिल्ली (Delhi) जा रही है एक विदेशी महिला के बैग से सीआईएसएफ(CISF) ने जिंदा कारतूस बरामद (Live cartridge recovered) किया है। पकड़ी गई युवती उज़्बेकिस्तान (Uzbekistan) की रहने वाली बताई जा रही है।

वही लैंग्वेज डिफरेंस होने के चलते महिला से पूछताछ करने में पुलिस को थोड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं सीआईएसएफ ने प्राथमिक पूछताछ के बाद युवती को गांधीनगर पुलिस (Gandhinagar Police) के हवाले कर दिया है। बताया जा रहा है कि युवती का नाम रोमनों गवारक है , जिसकी उम्र 26 साल है जो कि मूल रूप से रुस (Russia)  की रहने वाली है। महिला कनेक्टिंग फ्लाइट के जरिए दिल्ली (Delhi) से होते हुए रुस (Russia) जा रही थी।

दिल्ली जाने के लिए सुबह जब महिला राजा भोज हवाई अड्डा पहुंची तो बोर्डिंग पास (boarding Pass) लेने के बाद सीआईएसफ द्वारा उसकी एक्स-रे जांच की गई, जिसमें उसके बैग में कारतूस होने के संकेत मिले। एक्स रे मशीन से सिग्नल मिलते ही सीआईएसएफ ने उसे रोक लिया और उसका बैग जब्त कर लिया। बैग की जांच करने पर उसमें से जिंदा कारतूस मिले। जब महिला से बैग में जिंदा कारतूस होने के बारे में सीआईएसएफ ने पूछताछ की तो वो संतोषजनक जवाब नहीं दे सकी, जिसके चलते सीआईएसएफ को उस पर और शक हो गया और फिर उसे गांधी नगर पुलिस के हवाले कर दिया गया।

मिली जानकारी के अनुसार कोरोनावायरस के चलते लगे लॉकडाउन से कुछ ही महीने पहले जनवरी में युवती टूरिस्ट वीजा से भोपाल आई थी और उसे अप्रैल में वापस रूस रवाना होना था। लेकिन कोरोनावायरस के फैलते संक्रमण को देखते हुए फ्लाइटों पर रोक लगा दी गई थी और इंटरनेशनल फ्लाइट का आना जाना बंद हो गया था, जिसके कारण उसको भोपाल में ही रुकना पड़ा। वही 29 दिसंबर को उसके वीजा की वैधता  खत्म होने वाली है।

वही एयरक्राफ्ट नियमों के अनुसार विमान में कारतूस ले जाना प्रतिबंधित है। लाइसेंस होने पर भी उसकी पहले से अनुमति लेना आवश्यक होती है। वहीं अब पुलिस इस जांच में जुट गई है कि महिला के पास जिंदा कारतूस कहां से आया और उसका क्या मकसद था। पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी सघन जांच शुरू कर दी है।


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News