भोपाल,डेस्क रिपोर्ट। पानी को बेवजह (Wastage of water) बहने से बचाने के लिए और शुद्ध जल (pure water) सभी तक पहुंचाने के लिए अब घरों की टंकी में सेंसर (sensor) लगाने का फैसला लिया गया है, जिसे पता लग जाएगा कि पानी की टंकी (Water Tanks) भर चुकी है या नहीं। साथ ही पानी की क्वालिटी (water quality) का प्रशिक्षण करने के लिए भी हर घर में उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएंगे। वहीं ग्रामीण स्तर पर डैश बोर्ड का इंतजाम किया जाएगा, जिससे पानी का प्रबंध किया जा सके और उसकी बेहतर मॉनिटरिंग की जा सके। बीते दिन हुई केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की बैठक में इस बात का फैसला लिया गया हैं।
दरअसल केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत (Union Water Power Minister Gajendra Singh Shekhawat) जल मिशन और अटल भूजल योजना की मंत्रालय में समीक्षा कर रहे थे। इसी दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हर घर और गांव में भूजल की स्थिति, जल स्रोतों और पानी की उपयोगिता को लेकर लोगों को जागरूक करने की बहुत आवश्यकता है, जिससे वह पानी का महत्व समझे और उससे फिजुल में बर्बाद ना करे। साथ ही उन्होंने सभी गांव में जल प्रबंधन के लिए समितियां बनाने और ग्राम पंचायत के माध्यम से जल प्रबंधन हो इसके निर्देश भी दिए हैं। जल बचाओ के लिए हर गांव में जल कार्य योजना को भी तैयार किया जाएगा।
वही इस बैठक को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश में कार्य तेजी से चल रहा है। डेढ़ लाख से ज्यादा कनेक्शन 6 महीने के भीतर दे दिए गए हैं। वहीं मध्य प्रदेश के कुल 1.21 करोड़ घरों में से करीब 30 लाख घरों में कनेक्शन हो भी गए हैं, वहीं 91 लाख 56 हजार घरों में अभी कनेक्शन होना बाकी है। सीएम आगे कहते है कि साल 2024 तक प्रधानमंत्री मोदी ने देश के हर घर में शुद्ध जल पहुंचाने का संकल्प लिया है जो कि मध्य प्रदेश में यह संकल्प साल 2023 तक ही पूरा हो जाएगा। सीएम का कहना है कि अटल भूजल योजना का भी रोडमैप तैयार है।
वही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत (Union Minister Gajendra Singh Shekhawat) ने बताया कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में अटल भू जल योजना के पहले चरण में बहुत तेजी से काम चल रहा है। योजना के तहत टीकमगढ़, पन्ना, दमोह, छतरपुर, सागर, निवाड़ी ब्लॉक के पथरिया, छतरपुर, राजनगर, अजय गढ़, बल्लभगढ़, निवाड़ी में 2025 तक योजना को पूरा करना है। कुल 315.62 करोड़ रुपए योजना की लागत है। इस दौरान जल जीवन मिशन पर आधारित पुस्तिकाओं और बुरहानपुर जिले की सरकारी योजनाओं का केंद्र मंत्री द्वारा विमोचन भी किया गया।