भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में कार्य में लापरवाही की खबर लगातार सामने आ रही है। अब ऐसे ही पांच अफसरों पर आरोप सिद्ध होने के बाद उन्हें नोटिस (notice) देकर 15 दिनों में जवाब मांगा गया है। बता दें कि वन विभाग (forest department) के 5 सीनियर IFS अफसरों द्वारा 116 कर्मचारियों के तबादले कर दिए गए हैं।
पिछले 1 साल में नियम के विरुद्ध जाकर 116 कर्मचारियों के तबादले करने से पहले उनके द्वारा प्रभारी मंत्री का अनुमोदन भी नहीं लिया गया है। इतना ही नहीं तबादला आदेश जारी करते समय तबादला नीति की शर्तों का ध्यान भी नहीं रखा गया है। जिसके बाद अब वन प्रमुख डॉ राजेश श्रीवास्तव ने इन पांचों अफसरों को नोटिस जारी की है। वहीँ 15 दिनों के अंदर जवाब देने की बात कही है।
बल प्रमुख ने बैतूल के प्रभारी CCF मोहन मीणा, मुख्य वन संरक्षक, पश्चिम बैतूल DFO मयंक चांदीवाल, दक्षिण बैतूल DFO प्रभूदास गेब्रियल और उत्तर बैतूल DFO पुनीत गोयल को नियम के विरुद्ध जाकर तबादला आदेश जारी करने के लिए दोषी माना है। इसके साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस (notice) जारी किया गया है।
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हालांकि सूत्रों की माने तो प्रभारी CCF मोहन मीणा के तबादले की बात को विधानसभा के प्रश्न उत्तर में भी शामिल किया गया था। जहां 72 कर्मचारियों की कार्य आवंटन और पद स्थिति को बदले जाने की बात कही गई थी। हालांकि विधानसभा में पहले 25 प्रश्नों में उनके प्रश्नों को शामिल नहीं किया गया। जिसके बाद विधानसभा में यह मामला दब गया था। अब एक बार फिर से वन बल प्रमुख राजेश श्रीवास्तव ने अपने रिटायरमेंट से पहले इन 5 IFS अफसरों की फाइल खोल दी है। बता दें कि बल प्रमुख राजेश श्रीवास्तव 30 अप्रैल को रिटायर होने वाले हैं।
इधर प्रभारी मुख्य वन संरक्षक मोहन मीणा द्वारा 2020 के अक्टूबर से अब तक 57 कर्मचारियों के तबादले किए गए हैं। जबकि उत्तर बैतूल DFO पुनीत गोयल ने 2019 से 21 तक के बीच में 21 कर्मचारियों के तबादले आदेश जारी किए हैं। दक्षिण बैतूल DFO प्रभूदास गेब्रियल ने 2020 फरवरी से अब तक 13 कर्मचारियों के तबादले किए हैं। वहीं पश्चिम बैतूल DFO मयंक चांदीवाल ने 2020 फरवरी से अब तक 15 कर्मचारियों के तबादले आदेश जारी किए हैं। इसके अलावा अनिल सिंह ने दिसंबर 2020 से अब तक 10 कर्मचारियों के तबादले आदेश जारी किए हैं।