भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में दो आईएफएस (IFS) अधिकारियों पर बड़ी कार्रवाई की गई है। शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने लघु वनोपज घोटाले (Minor Forest Produce Scam) के दो अलग-आलग मामलों में 2 आईएफएस अफसरों को सस्पेंड कर दिया है। कार्रवाई के बाद से ही अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।
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मिली जानकारी के अनुसार, उमरिया (Umaria) के वन संरक्षक व जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन के प्रबंध संचालक आरएस सिकरवार (RS Sikarwar) और उत्तर शहडोल (Shahdol) के तत्कालीन वन मंडलाधिकारी व जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियर प्रबंध संचालक देवांशु शेखर (Devanshu Shekhar) को निलंबित किया गया है।इसमें सामान्य वन मंडल उमरिया के डीएफओ आरएस सिकरवार पर तेंदूपत्ता मद की राशि में अनियमितता बरतने का गंभीर आरोप था। हैरानी की बात तो ये है कि आरएस सिकरवार इस महीने के आखिर में सेवानिवृत्त (Retired) होने वाले थे।
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वही बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (Bandhavgarh Tiger Reserve) के डिप्टी डायरेक्टर देवांशु शेखर पर जिला लघु वनोपज सहकारी यूनियन उत्तर वन मंडल शहडोल में पदस्थापना के दौरान वित्तीय अनियमितता के आरोप हैं। वन विभाग के सचिव एसएस मोहंता ने उन्हें भी निलंबित कर दिया है। देवांशु शेखर भारतीय वन सेवा 2011 के अधिकारी हैं।दोनों अफसरों पर 70-80 लाख की गड़बड़ी के आरोप लगे है।इस मामले में जांच की गई थी, जिसमें दोनों अफसरों को दोषी पाया गया है। मध्य प्रदेश शासन (Madhya Pradesh government) के वन विभाग (Forest Department) के सचिव एचएस मोहंता ने दोनों डीएफओ का सस्पेंशन ऑर्डर जारी किया है।