भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| मुरैना (Morena) में जहरीली शराब से 24 लोगों की मौत के मामले के लिए गठित गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा (Dr. Rajesh Rajaura) की अध्यक्षता वाली एसआईटी (SIT) अपनी जांच रिपोर्ट 17 जनवरी को सरकार (Government) को सौंप देगी| एसआईटी की जांच रिपोर्ट के बाद बड़ी कार्रवाई की संभावना है| इधर, एसआईटी प्रमुख व गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव राजेश राजोरा ने शनिवार देर शाम सभी कलेक्टरों व पुलिस अधीक्षकों को अवैध शराब पर नियंत्रण और छापों के विशेष अभियान के सम्बंध में दिशा निर्देश जारी किये हैं|
जारी किये गए निर्देशों में कहा गया है कि आबकारी, पुलिस और राजस्व विभाग का अमला संयुक्त रूप से अभियान चलाकर अवैध शराब के ठिकानों पर छापा कार्रवाई करे। वैध शराब दुकानों में यदि निर्धारित रेट से ज्यादा महंगी शराब बिकती पाई गई तो इसके लिए जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा। वहीं उन्होंने बताया कि छापे की कार्रवाई के लिए पर्याप्त पुलिस बल के साथ कार्रवाई की जाए| इस प्रकार की गतिविधियों को लेकर सूचना इकट्ठी की जाए| सीएम हेल्पलाइन पर अवैध मदिरा के सम्बन्ध में शिकायत को गंभीरता से लेते हुए निराकरण भी किया जाए| ग्रामीण क्षेत्रों में कोटवारों के द्वारा अगर अवैध शराब को लेकर जानकारी नहीं दी जाती है तो जिम्मेदारी नियत कर कार्रवाई की जा सकती है| आबकारी विभाग द्वारा निरीक्षण एवं छापे की कार्रवाई के लिए मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है, इसे जल्द ही लागू किया जाएगा| जिसके बाद सभी कार्रवाई की जानकारी एप पर फीड की जाएंगी|
एसीएस ने कहा है कि शराब पीने से मौते मामले में प्रारंभिक तौर पर जांच में यह सामने आया है कि इसका मुख्य कारण इसका मुख्य कारण मिथाइल अल्कोहल का मिश्रण है। जिले के अंदर मिथाइल एल्कोहल ओर ओवरप्रूफ एल्कोहल का उत्पादन करने वाले लाइसेंसी कारखानों की जानकारी सूचीबद्ध की जाए। इन काराखानों से निकलने वाले स्प्रिट पर तथा जिले से हो रहे परिवहन पर पूरी तरह नियंत्रण में रखा जाए। उन्होंने निर्देंश दिए हैं कि अवैध शराब बेचने और परिवहन करने वाले पर एनएसए की कार्रवाई की जाए। आबकारी विभाग द्वारा निरीक्षण एवं छापे की कार्रवाई के लिए मोबाइल एप तैयार किया जा रहा है, इसे जल्द ही लागू किया जाएगा| जिसके बाद सभी कार्रवाई की जानकारी एप पर फीड की जाएंगी|