गृह मंत्री का सख्त अंदाज, गलत काम करने वाले को दतिया क्या, MP  में भी नहीं मिलेगी जगह 

Atul Saxena
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दतिया, सत्येंद्र रावत। मध्यप्रदेश शासन के गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा (Dr Narottam Mishra) ने एक बार फिर कहा कि माफिया (Mafia) कोई भी हो अब वो बचेगा नहीं। उन्होंने दतिया (Datia) में कहा कि गलत काम  करने वाले गरीबों को परेशान करने वाले को दतिया में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा, दतिया शांति का टापू था, है और रहेगा, उन्होंने कहा कि  गलत काम करने वाला माफिया अब मध्यप्रदेश में भी नहीं रह पायेगा।

गृह मंत्री डाॅ. नरोत्तम मिश्रा शनिवार को शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय दतिया में 3 करोड़ 86 लाख की लागत से बनने वाले 100 सीटर बालिका छात्रावास के भूमि-पूजन कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। गृह मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में माफिया  के विरुद्ध अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है। जिसके बेहतर परिणाम मिल रहे हैं, अभियान के तहत् भू-माफिया, ड्रग माफिया, मिलावटखोरों के विरुद्ध, चिटफंड कंपनियां  चलाने वालों के विरुद्ध  सख्ती के साथ कार्रवाई की गई है जिससे जन सामान्य में राज्य शासन के प्रति और अधिक विश्वास बढ़ा है। गृह मंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि प्रदेश में गलत काम करने वालों को किसी भी हालत में बक्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि दतिया शांति का टापू रहा है। गरीब एवं असहाय पर अत्याचार करने वालों को प्रदेश में कही भी स्थान नहीं मिलेगा। डाॅ. मिश्रा ने कहा कि दतिया में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण करने वाले भू-माफियाओं एवं अतिक्रमकों के विरुद्ध  भी सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होने कहा  दतिया में जो अतिक्रमण हटाओ अभियान को शुरू किया गया है वह सतत जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि ठंडी  सड़क के बनने से अब लोगों को आवागमन में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं आयेगी। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष  सुरेन्द्र बुद्यौलिया, विपिन गोस्वामी, प्रशांत ढेंगुला, योगेश सक्सैना, जीतू कमरिया, मुकेश यादव, श्रीमती कृष्णा कुशवाहा, श्रीमती सावित्री सूत्रकार, नेहा रजक, आकाश भार्गव, जौली शुक्ला, सहित आदि अन्य गणमान्यजन व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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