CM  के निर्देश के चंद घण्टे बाद ड्रग माफिया पर ताबड़तोड़ कार्रवाई, अवैध निर्माण ध्वस्त   

Atul Saxena
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इंदौर, स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।  माफिया के खिलाफ सख्त हुई प्रदेश सरकार का असर दिखाई देने लगा है, निर्देश के बाद आला अधिकारी कार्रवाई में जुट गए हैं।   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  शुक्रवार को  सुबह ड्रग माफिया से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए। निर्देशों का असर   हुआ कि इन्दौर प्रशासन ने चंद घंटों  के भीतर ही दो बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए ड्रग माफियाओं के अवैध निर्माणों को ध्वस्त कर दिया।

इंदौर में ड्रग्स वाली सपना आंटी का काला कारोबार उजागर होने के बाद प्रदेश सरकार भी सकते में आ गई और शुक्रवार  सुबह ड्रग माफियाओं के खिलाफ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सख़्त निर्देश का असर ये हुआ कि इंदौर में एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत दर्ज प्रकरणों की कुंडली अफसरों ने खंगालना शुरू कर दी ।  दोपहर 2 बजे एक एक्शन प्लान के तहत निगम, पुलिस और प्रशासन की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर नशे के  कारोबार से जुड़े दो ड्रग माफिया के अवैध आशियानों को निशाना बनाया। टीम ने खजराना थाना क्षेत्र में मजहर नामक आरोपी और नया बसेरा में शाहनवाज नामक आरोपी के अवैध निर्माणों को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू कर दी और चंद घण्टो में घरों को खाली कराकर उन्हें धराशायी कर दिया। बता दे कि भारी पुलिस बल की मौजूदगी में नगर निगम के अमले ने कार्रवाई शुरू की और कार्रवाई के दौरान मजहर के मकान से तलवार भी बरामद हुई है।
हालांकि, कार्रवाई के दौरान मजहर के परिजनों ने हंगामा मचाने की कोशिश की लेकिन अधिकारियों की चेतावनी के बाद परिजनों की दलीलें धरी की धरी रह गई। पूरी कार्रवाई की कमान संभाल रहे निगम अधिकारी देवेंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास अचानक आला अधिकारियों के निर्देश आये जिसके बाद कुछ घण्टो में ही ड्रग माफियाओं के अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिए गए।
इंदौर के खजराना और नया बसेरा में हुई ताबड़तोड़ कार्रवाई के बाद अब गुंडो, भूमाफियाओ और ड्रग्स का काला कारोबार करने वालो की सांसे फूल  गई है क्योंकि अब प्रशासन किसी  पर कभी भी नकेल कस सकता है। फिलहाल, सीएम के ताजा निर्देश के बाद हुई अचानक कार्रवाई से हर कोई हतप्रद है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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