परिवार की रजामंदी से हो रही हिंदू युवती और मुस्लिम युवक की शादी को पुलिस ने रुकवाया, जानिए वजह

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लखनऊ,डेस्क रिपोर्ट। लव जिहाद एक ऐसा मुद्दा है जो आए दिन देश की सुर्खियों में बना रहता है। एक बार फिर ये चर्चा का विषय बना हुआ है। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में अंतर धार्मिक विवाह को लेकर प्रशासन ने सख्त रवैया अपनाते हुए शादी को रोक दिया, ताज्जुब की बात यह है कि शादी दोनों परिवार की सहमति से की जा रही थी।

दरअसल बुधवार को लखनऊ में एक हिंदू युवती की शादी मुसलमान व्यक्ति से की जा रही थी। जिसकी सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंची और शादी को उनके द्वारा रुकवा दिया गया। पुलिस ने धर्मांतरण नियम का हवाला देते हुए इस शादी को रुकवाया, साथ ही शादी करने के लिए डीएम से अनुमति मांगने की भी बात कही।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।