नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। आज साल (2022) का पहला चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) लग रहा है। यह चंद्र ग्रहण पूर्ण चंद्र ग्रहण पूर्ण होगा और वैशाख पूर्णिमा पर विशाखा नक्षत्र और वृश्चिक राशि में लगेगा। संयोग से आज बुद्ध पूर्णिमा भी है। ज्योतिषियों के अनुसार ग्रह-नक्षत्रों का ऐसा संयोग 80 साल बाद बनने जा रहा है। यह चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, जिसकी वजह से देश में इसका सूतक भी मान्य नहीं होगा। इस दौरान पूजा-पाठ या किसी भी तरह के शुभ कार्यों पर किसी तरह की पाबंदी नहीं होगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है।
चंद्र ग्रहण सुबह 7.02 से शुरू होगा और दोपहर 12.20 पर खत्म हो जाएगा। इस चंद्र ग्रहण की कुल अवधि करीब 5 घंटे से ज्यादा रहेगी।
बता दे यह चंद्र ग्रहण दक्षिणी-पश्चिमी यूरोप, दक्षिणी-पश्चिमी एशिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, हिंद महासागर, अटलांटिक और अंटार्कटिका में दिखाई देगा।
भारत में यह चंद्र ग्रहण बेशक दिखाई नहीं देगा, लेकिन अगर आप इसे देखना चाहते है तो अमेरिका की स्पेस एजेंसी NASA के ऑफिशियल चैनल पर जाकर इसे देख सकते हैं। इसके अलावा सीधे नासा की वेबसाइट (nasa.gov/nasalive) पर जाकर भी इसे देखा जा सकता है।
आपको बता दे, जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है तब पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती तो इसे ही चंद्र ग्रहण कहते हैं। इस स्थिति में आंशिक या पूर्ण चंद्र ग्रहण लग जाता है। ब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी पूर्ण रूप से आ जाती है तो इसे पूर्ण चंद्र ग्रहण कहा जाता है वहीं जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी पूर्ण रूप से ना आकर उसकी छाया चंद्रमा के कुछ हिस्सों पर पड़ती है तो उस स्थिति में से आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है।