Ujjain : प्रशासन ने किए पत्थराव करने वालों के घर जमीनदोज़, काजी ने दी कलेक्टर को धमकी

उज्जैन,डेस्क रिपोर्ट। उज्जैन (Ujjain) में दो समुदायों (Between Two Communities) के बीच पथराव ( Stone pelting) होने का मामला सामने आया था, जिस पर कार्रवाई करते हुए प्रशासन (Administration) ने करीब 12:00 बजे पथराव करने वाले लोगों के घर को तोड़ने पहुंची, जहां लोग इसका विरोध (Protest) करने लगे। इस दौरान महिलाएं और बच्चे भी विरोध करते हुए सड़कों पर आ गए।

अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर के निर्माण (Ram Temple Construction) के लिए धनराशि इकट्ठा करने के लिए शुक्रवार की शाम उज्जैन (Ujjain) में आरएसएस (RSS) की बैठक आयोजित करने से पहले कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की जिसे लेकर आज शनिवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। पत्थरबाजी (Stone Pelting) करने वाले उपद्रवियों के घरों को तोड़ने के लिए प्रशासन जब वहां पहुंची, तो लोग विरोध करने लगे। इस दौरान पुलिस और लोगों के बीच धक्का-मुक्की भी हो गई। वही पुलिस ने लोगों को खदेड़ते हुए आरोपियों के घर को जमींदोज कर दिया।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।