उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। उज्जैन (Ujjain) में शुक्रवार को दो समुदायों के बीच हुए पथराव के बाद शनिवार को पुलिस प्रशासन (Police administration) कार्रवाई करने बेगमबाग (begamabag) पहुंची। जहां पर पुलिस ने आरोपियों के मकान को चिन्हित कर उसे तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। इस दौरान भारी संख्या में लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया। वहीं तनाव की स्थिति के बाद आज यानी रविवार को बेगमबाग में दिनभर शांति देखी गई। रविवार को बेगमबाग क्षेत्र में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला (Police takes out flag march) और कहा कि अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस की साइबर सेल एक्टिव
फ्लैग मार्च (Flag march) में शामिल अधिकारियों ने कहा कि अगर कोई भी व्यक्ति अफवाह फैलाने की कोशिश (Try to spread rumor) करता है या फिर अफवाह (rumors) फैलाता है, तो उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (National security act NSA) के तहत कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान इंटरनेट और सोशल मीडिया (social media) पर आपत्तिजनक वीडियो (Offensive Video) , फोटो व कमेंट आदि पोस्ट करने वालों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाएगा। जिसे लेकर लगातार पुलिस की साइबर सेल (Police cyber cell) नजर बनाए हुए हैं।
प्रशासन ने निकाला फ्लैग मार्च
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर एएसपी अमरेंद्रसिंह (ASP Amarendra Singh) ने कहा कि शुक्रवार को दो समुदायों के बीच पथराव (Stone throwing) होने को लेकर शनिवार को प्रशासन ने पथराव करने वाले लोगों के घर को तोड़ने की कार्रवाई की थी। इस दौरान उस स्थान पर तनाव की स्थिति व्याप्त हो गई, क्योंकि लोग इसका विरोध करते हुए सड़कों पर उतर आए थे। फिलहाल रविवार को स्थिति शांत रही, लेकिन संवेदनशील क्षेत्र होने की वजह से एएसपी अमरेंद्रसिंह (ASP Amarendra Singh), एएसपी आकाश भूरिया (ASP Akash Bhuria) के नेतृत्व में रविवार को फ्लैग मार्च (Flag march) निकाला गया। फ्लैग मार्च के लिए सशस्त्र पुलिस बल व वज्र वाहन बेगमबाग, मदारगेट, नलिया बाखल और तोपखाना को पार करते हुए महाकाल घाटी पहुंचा और वहां से वापस बेगमबाग आया। बेगमबाग में निकाले गए फ्लैग मार्च के बाद अधिकारियों ने स्थिति का मौके पर जायजा लिया। जिसमें कलेक्टर आशीषसिंह (Collector Ashish Singh) और एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला (SP Satyendra Kumar Shukla) मौजूद रहे। तनाव की स्थिति को देखते हुए बेगमबाग के साथ ही शहर के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों पर पुलिस बल (Police Force)उपस्थित रही।
चार पत्थरबाज आरोपी गिरफ्तार
महाकाल थाना प्रभारी अरविंदसिंह तोमर (Mahakal Police Station Incharge Arvind Singh Tomar) ने कहा कि शुक्रवार को निकाले गए रैली में पथराव करने वाले लोगों की पहचान वीडियो फुटेज के आधार पर की गई थी। जिसमें से 8 लोगों की पहचान हुई थी। इसी के आधार पर अल्टू उर्फ वहीद खान, अयाज (बेगमबाग कॉलोनी), शादाब (महाराजवाड़ा), शाहरूख (राजीव रत्न कॉलोनी) को गिरफ्तार (Four stone accused arrested) किया गया है। जिनके खिलाफ रासुका (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) की कार्रवाई की गई है, वहीं चार अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर होगी रासुका की कार्रवाई
दो समुदायों के बीच हुए पथराव (Stonewalling between two communities) को लेकर लगातार कुछ लोगों के द्वारा सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट (Offensive post) किए जा रहे हैं। जिसे लेकर एएसपी अमरेंद्रसिंह (ASP Amarendra Singh) ने कहा कि यह लोग फोटो, वीडियो व कमेंट के जरिए सांप्रदायिक तनाव (Communal tension) फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। जिसमें देश के गृह मंत्री अमित शाह और पुलिस को लेकर भी वीडियो, फोटो व कमेंट पोस्ट किए जा रहे हैं। ऐसे में स्थिति को कंट्रोल में करने के लिए पुलिस की साइबर सेल (Police cyber cell) द्वारा इन लोगों पर नजर रखी जा रही है। जिसके तहत जो लोग सोशल मीडिया के जरिए ऐसे भड़काऊ व आपत्तिजनक पोस्ट कर अफवाह फैलाने की कोशिश कर रहे है, उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी।
ये था मामला
बता दें कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए धनराशि इकट्ठा करने के लिए शुक्रवार की शाम उज्जैन में आरएसएस की बैठक आयोजित करने से पहले कानून व्यवस्था को बिगाड़ने के लिए उपद्रवियों ने पत्थरबाजी की। जिसे लेकर शनिवार को प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की थी। जिसके बाद पूरे क्षेत्र में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई।