ग्वालियर, अतुल सक्सेना। यातायात को व्यवस्थित करने के लिए तैनात अधिकारी किस तरह जनता के साथ व्यवहार करते हैं इसका ताजा उदाहरण ग्वालियर(Gwalior News) में देखने को मिला। चालान के दौरान एक वाहन चालक द्वारा उसका अपराध पूछने और चालान पर लिखने की बात कहना ट्रैफिक पुलिस (Traffic Police) के ASI को इतना नागवार गुजरा कि वे तैश में आ गए और उसके साथ मारपीट करने लगे। मारपीट का वीडियो वायरल होने के बाद एसपी ने ASI को निलंबित कर दिया है
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें ASI और सिपाही का एक युवक से विवाद होता दिखाई दे रहा है। वीडियो में ASI युवक के साथ मारपीट करते भी दिखाई दे रहे हैं। दरअसल ये पूरा मामला दो पहिया वाहन के चालान से जुड़ा हुआ है।
जानकारी के अनुसार शुक्रवार को विश्व विद्यालय थाना क्षेत्र के आकाशवाणी तिराहे के पास ASI उत्तम राजौरिया सिपाही धन सिंह के साथ चैकिंग कर रहे थे, उन्होंने MP 07 N 7487 को रोका उससे चालान कटवाने के लिए कहा, सिपाही धन सिंह गाड़ी को जब्त कर ले जाने लगा। इतने में गाड़ी चला रहा युवक गाड़ी के सामने आ गया और उसे रोकने लगा।
युवक को गाड़ी रोकते देख ASI उत्तम राजौरिया तैश में आ गए और भागते हुए युवक के साथ मारपीट करने लगे। एक अन्य युवक विवाद के बाद से ही वीडियो बना रहा था जिसमें सबकुछ कैद हो गया। वीडियो बनता देख दोनों भड़क गए और मोबाइल पर हाथ मारकर वीडियो बनाने के लिए मना करने लगे।
वीडियो में युवक एक बात बोलते सुनाई दे रहा है कि मेरा अपराध तो बताओ और उसे चालान पर तो लिखो, विवाद होते देख वहां भीड़ लग गई, भीड़ भी कहने लगी कि यदि व्यक्ति चालान कटवा रहा है तो उसका अपराध तो चालान पर लिखो। मामला बिगड़ते देख ASI ने वायरलैस सेट पर फ़ोर्स भेजने के लिए कॉल किया। ASI राजौरिया ने कहा कि दो गुंडे आ गए हैं पुलिस पर हावी हो रहे हैं, नेमप्लेट खींच रहे हैं।
मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और एसपी अमित सांघी (SP Amit Sanghi) के पास भी पहुंचा और वीडियो को देखने के बाद एसपी ने ASI उत्तम राजौरिया को निलंबित कर दिया। ASI के निलंबन की पुष्टि DSP ट्रैफिक नरेश अन्नोटिया (DSP Traffic Police Gwalior Naresh Annotiya) ने भी की है। उन्होंने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि मारपीट करने का अधिकार किसी को नहीं है यदि वाहन चालक की गलती है तो उसकी गलती को बताते हुए चालानी कार्रवाई के निर्देश हैं लेकिन यदि कोई निर्देशों का उल्लंघन करेगा तो उसे सजा भी मिलेगी।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....