भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के लिए एक जरूरी अपडेट सामने आया है। दरअसल नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के प्रमुख सूचकांक निफ्टी50 (Nifty50) में अगले महीने से कुछ महत्वपूर्ण परिवर्तन होने वाले हैं। जानकारी के अनुसार NSE इंडिसेज की इंडेक्स मेंटेनेंस सब-कमिटी (इक्विटी) ने इन परिवर्तनों को स्वीकृति दे दी है, जो 30 सितंबर 2024 से लागू होंगे (27 सितंबर को कारोबार समाप्त होने के बाद)। बता दें कि इन परिवर्तनों का सीधा प्रभाव निवेशकों के पोर्टफोलियो और बाजार की गतिविधियों पर पड़ सकता है।
दरअसल निफ्टी50 (Nifty50) में होने वाले परिवर्तनों के तहत, टाटा समूह की ट्रेंट और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स को शामिल किया जाएगा। निफ्टी50, जो भारतीय शेयर बाजार के शीर्ष 50 कंपनियों का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं इसमें एंट्री होने से इन कंपनियों को महत्वपूर्ण मान्यता प्राप्त होगी। दरअसल यह परिवर्तन उनके जबरदस्त प्रदर्शन और बढ़ते बाजार में हिस्सेदारी को दर्शाता है।
किस कंपनी को किया जाएगा बाहर
वहीं इस बीच, निफ्टी50 (Nifty50) से एलटीआई माइंडट्री और डिविस लैबोरेटरीज के शेयर हटा दिए जाएंगे। जानकारी के अनुसार इन कंपनियों को अब निफ्टी50 की सूची में नहीं देखा जाएगा, जिससे उनके निवेशकों के लिए यह एक निराशाजनक समाचार हो सकता है। इस बदलाव के प्रमुख कारण इन कंपनियों का हालिया प्रदर्शन और मार्केट कैपिटलाइजेशन में आई गिरावट मानी जा रही है।
जानिए निफ्टी नेक्स्ट50 में क्या होगा बदलाव
वहीं अब निफ्टी नेक्स्ट50, जो निफ्टी50 (Nifty50) के बाद की अगली 50 प्रमुख कंपनियों का सूचकांक है, में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। इस सूचकांक में भारत हैवी इलेक्ट्रॉनिक्स, डिविस लैबोरेटरीज, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, एलटीआई माइंडट्री, मैक्रोटेक डेवलपर्स, एनएचपीसी, और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को जोड़ा जाएगा। इन कंपनियों की एंट्री से निफ्टी नेक्स्ट50 इंडेक्स की विविधता और स्थिरता में वृद्धि होगी।
बता दें कि निफ्टी 500 इंडेक्स में से 26 कंपनियों को हटा दिया जाएगा, जिनमें वोडाफोन आइडिया, वैभव ग्लोबल, एथर इंडस्ट्रीज, ऑल कार्गो लॉजिस्टिक्स, अनुपम रसायन, बोरोसिल रीन्यूएबल्स, सीएसबी बैंक, डीसीएम श्रीराम, जेके पेपर, केआरबीएल, एमटीएआर टेक, और रेस्टोरेंट ब्रांड्स इंडिया शामिल हैं। इन कंपनियों को इंडेक्स से बाहर करने का मुख्य कारण उनके हालिया प्रदर्शन में आई गिरावट है।