भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आपने कई यूनिक सिक्कों (Rare Coin Sold) की कहानियां और खबरें तो सुनी होगी और उनके बदले लोगों को लाखों कमाते हुए भी देखा होगा लेकिन कभी ये नहीं सोचा होगा कि एक 1400 रुपए का सोने का सिक्का (Gold Coin) 138 करोड़ रुपए में बिक जाएगा। जी हां ऐसा हुआ है अमेरिका (America) के न्यूयॉर्क में, जहां एक दुर्लभ सोने (Rare Coin) के सिक्के को करोड़ों में खरीदा गया, जो कि अबतक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है।
दरअसल, Reuters में छपी खबर के मुताबिक मंगलवार को न्यूयॉर्क (New York) में 1933 के डबल ईगल सोने के सिक्के की नीलामी हुई थी, देखते ही देखते नीलामी लाखों से करोड़ों में पहुंच गई, जो कि अबतक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। इस बेहद साधारण नजर आने वाले खास सिक्के को $18.9 मिलियन यानी करीब 138 करोड़ में बेचा गया है।हालांकि यह सिक्का किसने और क्यों खरीदा अभी तक इसका खुलासा नहीं किया गया है।
कानूनी तौर पर डबल ईगल का यह सिक्का (Double Eagle Coin) अभी तक निजी हाथों में था। संभावना जताई जा रही थी कि Sotheby Auction में नीलाम (Auction) किया जा रहा यह सिक्का 73 करोड़ से 100 करोड़ के बीच में बिक सकता है, लेकिन मंगलवार को जैसे ही इसकी नीलामी शुरु हुई लोगों के होश उड़ गई। देखते ही देखते इस सिक्के की कीमत (Double Eagle Coin Price) ने करोड़ों में पहुंचकर एक नया रिकॉर्ड बना दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह सोने का सिक्का (Rare Coin ) 1933 में बना था जिसके दोनों तरफ ईगल की आकृति उकेरी गई थी। इस सिक्के के एक तरफ उड़ता हुआ ईगल पक्षी है तो दूसरी तरफ आगे बढ़ते हुए लिबर्टी की आकृति है।यह सिक्का शू डिजाइनर (Shoe Designer) और कलेक्टर स्टुअर्ट वीट्समैन द्वारा बेचा गया, जिन्होंने 2002 में इसे करीब 55 करोड़ में खरीदा था।
इससे पहले इस डबल ईगल सोने के सिक्के (Double Eagle Gold Rare Coin) के साथ ही दुनिया का सबसे दुर्लभ टिकट (World’s Rarest Ticket) यानि ब्रिटिश गयाना वन-सेंट मैजेंटा स्टैम्प को 8.3 मिलियन डॉलर यानी 60 करोड़ में बिका ।यह इकलौता स्टैम्प है, जिसे दक्षिण अमेरिकी राष्ट्र द्वारा मुद्रित किया गया था. डिजाइनर ने इस स्टैम्प को 2014 में खरीदा था।
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Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
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मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
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दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)