Global Housing Prices : हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि भारत के दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में घरों की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं। दरअसल जनवरी से मार्च 2024 के बीच, दुनियाभर के 44 शहरों में घरों की कीमतों में वृद्धि के मामले में मुंबई तीसरे और दिल्ली पांचवें स्थान पर रहे है। वहीं पिछले साल की समान अवधि में मुंबई छठे और दिल्ली 17वें स्थान पर थे, जिससे यह स्पष्ट है कि भारतीय शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें तेजी से बढ़ रही हैं।
नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट के अनुसार:
दरअसल रियल एस्टेट कंसल्टिंग कंपनी नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। वहीं रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली ने घरों की कीमतों में बढ़ोतरी के मामले में लंबी छलांग लगाई है, जबकि मुंबई ने भी अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। इस साल की पहली तिमाही में, दिल्ली 17वें स्थान से उठकर पांचवें स्थान पर पहुंच गई, जबकि मुंबई छठे से तीसरे स्थान पर आ गया।
इन शहरों में सबसे तेजी से बढ़ी घरों की कीमतें:
जानकारी के अनुसार मनीला में घरों की कीमतें 26.2% की सालाना वृद्धि के साथ पहले स्थान पर रहीं, जबकि टोक्यो में यह वृद्धि 12.5% रही और यह दूसरे स्थान पर है। नाइट फ्रैंक की ‘प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स क्यू1, 2024’ रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई में इस अवधि में प्रमुख रेसिडेंशियल सेगमेंट की कीमतों में 11.5% की सालाना बढ़ोतरी हुई है, और यह तीसरे स्थान पर आ गया है।
बेंगलुरु की रैंकिंग में गिरावट:
दरअसल बेंगलुरु की स्थिति में गिरावट आई है, और यह इस साल की पहली तिमाही में 17वें स्थान पर रहा। जबकि पिछले साल यह 16वें स्थान पर था। जनवरी-मार्च 2024 के दौरान, बेंगलुरु में घरों की कीमतों में 4.8% की वृद्धि हुई।
रिपोर्ट में दुनियाभर के 44 शहरों के नाम शामिल:
वहीं नाइट फ्रैंक की रिपोर्ट बताती है कि प्राइम ग्लोबल सिटीज इंडेक्स (पीजीसीआई) एक मूल्यांकन-आधारित सूचकांक है, जो अपने ग्लोबल रिसर्च नेटवर्क से आंकड़ों का सही उपयोग करती है और इसकी मदद से दुनियाभर के 44 शहरों में प्रमुख घरों की कीमतों की चाल पर नजर रखती है। दरअसल नाइट फ्रैंक के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर शिशिर बैजल ने कहा कि रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी के लिए मजबूत मांग एक वैश्विक घटना रही है।