Mahila samman Saving Certificate, Small Saving Investment Interest Rates : सरकार की तरफ से कई तरह की बचत योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र सरकार द्वारा समर्थित लघु बचत योजना है। भारत में महिला निवेशकों के लिए यह एक समर्पित योजना है। इस योजना को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 2023 में केंद्रीय बजट में पेश की गई इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त बनाना है और उनके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है।
27 जून 2023 से नामांकन शुरू
यह योजना 27 जून 2023 से नामांकन के लिए खुल गई है। वहीं आजादी के अमृत महोत्सव पर एकमुश्त लघु बचत योजनाओं में महिला सम्मान पत्र प्रमाण पत्र मार्च 2025 तक 2 साल की अवधि के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। सरकार की इस योजना के तहत आंशिक निकासी विकल्प के साथ-साथ 7.5% की निश्चित ब्याज दर पर 2 साल की अवधि के लिए महिलाओं या लड़कियों के नाम से ₹2 लाख तक की जमा सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा इसकी घोषणा की गई थी।
इस योजना के तहत महिलाओं को रिटर्न के साथ सुरक्षित निवेश का भी लाभ मिल रहा है। 2 साल की अवधि के लिए महिला निवेशक अपने या अपनी बच्चियों के नाम पर धनराशि जमा कर सकती है और प्रति साल 7.5% की निश्चित ब्याज दर का भी लाभ उठा सकती है।
ब्याज दरें निर्धारित
बता दें कि इस योजना में प्रति वर्ष त्रैमासिक चक्रवृद्धि 7.5% की निश्चित ब्याज दर मिलती है वही इस पर प्रभावी ब्याज दर 7.7 फीसद माना जाता है।
आंशिक निकासी की सुविधा
योजना के तहत न्यूनतम ₹1000 तक का निवेश किया जा सकता है। वहीं महिला सम्मान बचत पत्र के अंतर्गत महिला निवेशक अधिकतम ₹200000 तक जमा कर सकती हैं। मेच्योरिटी डेट या आंशिक निकासी पर महिला सम्मान बचत प्रमाण पत्र को 2 वर्ष की निश्चित अवधि के बाद निकाला जा सकता है। इस योजना में निवेशकों को आंशिक निकासी की सुविधा प्रदान की गई है। वहीं वित्तीय आवश्यकताओं के समय में महिलाएं अपनी निवेश के एक हिस्से का उपयोग कर सकती हैं और इसके लिए दीर्घकालिक बचत को भी बरकरार रख सकती हैं।
स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरों को बढ़ाया गया
इसी बीच केंद्र सरकार द्वारा कर्मचारियों सहित निवेशकों और आम जनता को बड़ी राहत दी गई है छोटी बचत योजनाओं में पैसा लगाने वालों के लिए यह खबर बेहद काम की हो सकती है। सरकार द्वारा स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरों को बढ़ाया गया है। ब्याज दर में वृद्धि का लाभ आम जनता सहित अन्य निवेशकों को मिलेगा।
लघु बचत योजनाओं के ब्याज दरों में 0.30 फीसद की वृद्धि
सरकार द्वारा लघु बचत योजनाओं के ब्याज दरों में 0.30 फीसद की वृद्धि की गई है। हर 3 महीने पर सरकार लघु बचत योजनाओं के ब्याज दरों में संशोधन करती है। वहीं पीपीएसएसएसवाय सहित एससीएसएस और केवीपी जैसे अन्य लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को निर्धारित करती है। सरकार द्वारा जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए ब्याज दरों में संशोधन किया गया है। वहीं सितंबर में एक बार फिर से ब्याज दरों में संशोधन किया जाएगा। फिलहाल 3 महीना के लिए यह व्यवस्था लागू रहने वाली है।
कुछ स्मॉल सेविंग स्कीम पर ब्याज दरों को 4.0 से 8.2 फीसद के बीच रखा गया है। वित्त मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को इसकी जानकारी दी गई है। बचत योजनाओं पर ब्याज दर की राशि बढ़ने के साथ ही आम जनता के जमा किए पैसे में वृद्धि देखने को मिलेगी। जिसका लाभ उन्हें प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से होगा।
सरकार द्वारा जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए पोस्ट ऑफिस के 1 साल के टाइम डिपॉजिट पर ब्याज दर को 6.8 फीसद से बढ़ाकर 6.9 फीसद कर दिया गया है। 2 साल की निवेश योजना के लिए ब्याज दर 6.9 फीसद से बढ़ाकर 7 फीसद किया गया है। इतना ही नहीं पोस्ट ऑफिस की 5 साल की आरडी पर 6.2 फीसद की बजाय आम जनता को 6.5 फीसद की दर से ब्याज दर उपलब्ध कराई जाएगी।
सरकार ने जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए सुकन्या समृद्धि योजना पर ब्याज दर को बरकरार रखा है।इस स्कीम में 8 फीसद ब्याज दर उपलब्ध होंगे। वही पीएफ पर ब्याज दर को बरकरार रखा गया है। 7.1 फीसद की दर से ब्याज दर उपलब्ध कराए जाएंगे। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट में 7.7 फीसद ब्याज दर मिलने के साथ ही सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और मंथली इनकम अकाउंट स्कीम पर भी ब्याज दर को 8.2 फीसद रखा गया है।