अच्छी खबर, अगस्त में 10% बढ़ा GST कलेक्शन, सरकारी खजाने में आए 1.75 लाख करोड़ रुपये, चेक करें नए आँकड़े

अगस्त में जीएसटी कलेक्शन में इजाफा हुआ है। राज्यों में महाराष्ट्र सबसे आगे रहा।

gst collection

GST Collection August 2024: सितंबर माह के पहले दिन अर्थव्यवस्था को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। सरकार ने जीएसटी संग्रह के नए आँकड़े रविवार को जारी कर दिए हैं। अगस्त में सलाना आधार कलेक्शन में 10% का इजाफा हुआ है। इसी के साथ कुल कलेक्शन करीब 1.75 लाख करोड़ रुपये रहा। अगस्त 2023 में यह आंकड़ा करीब 1.59 लाख करोड़ रुपये था।

रिफ़ंड में 38% का ग्रोथ आया है। अगस्त में रिफ़ंड का आंकड़ा 24,460 करोड़ रुपये रहा। अगस्त में सकल घरेलू राजस्व 1, 24, 986 करोड़ रुपये रहा ह। सलाना आधार पर 9.2% की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं घरेलू राजस्व में साल पर साल 9.2% और आयात राजस्व में 12.1% की वृद्धि हुई है।

क्या कहते हैं आँकड़े? (What statistics says?)

सेंट्रल जीएसटी कलेक्शन 28,328 करोड़ रुपये से बढ़कर 30,862 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। वहीं स्टेट जीएसटी संग्रह 35,794 करोड़ रुपये से बढ़कर 38,411 करोड़ रुपये हो गया है। जीएसटी सेस संग्रह 11, 695 करोड़ से बढ़कर 12,068 करोड़ रुपये हो गया है। इंटीग्रेटेड जीएसटी कलेक्शन 83,251 करोड़ रुपये से बढ़कर 93,621 करोड़ रुपये हो गया है।

राज्यवार जीएसटी संग्रह (State Wise GST Collection) 

26, 367 करोड़ रुपये के साथ महाराष्ट्र का जीएसटी कलेक्शन का आंकड़ा राज्यों में सबसे अधिक रहा है। दूसरे नंबर पर कर्नाटक है, जीएसटी संग्रह 12, 344 करोड़ रुपये है। तीसरे नंबर पर गुजरात (10,344 करोड़ रुपये), चौथे पर तमिलनाडु (10,181 करोड़ रुपये) और पाँचवे नंबर पर हरियाणा (8,623 करोड़ रुपये) है। मध्यप्रदेश के जीएसटी संग्रह में सलाना आधार पर 12% की वृद्धि हुई है। अगस्त में कलेक्शन 3, 438 करोड़ रुपये रहा।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News