Imported Shoes: जल्द ही बाजारों में मिलना बंद हो सकते है आपके पसंदीदा ब्रांड्स के जूते! जानिए क्या है इसके पीछे का कारण

Imported Shoes: जूते और चप्पलों के गुणवत्ता मानकों में भारत में परिवर्तन किया गया है, जिससे विदेशी ब्रांडों पर असर पड़ रहा है। वहीं अब इससे आम लोगों पर भी संकट आएगा। दरअसल आम लोगों को आने वाले समय में अपने पसंदीदा ब्रांड्स के जूते और चप्पल मिलने में परेशानी हो सकती है।

Rishabh Namdev
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Imported Shoes: आपके पसंदीदा जूते-चप्पल आने वाले कुछ दिनों में दुकानों पर मिलना बंद हो सकते हैं। दरअसल विदेशी ब्रांडों के फुटवियर की स्टॉक जल्द ही समाप्त हो सकती है। यह भारतीय नियमों के एक हालिया बदलाव के कारण हुआ है, जिसे इस बड़ी वजह का जिम्मेदार माना जा रहा है। भारत एक बड़ा कारोबारी क्षेत्र हैं जहां कई ब्रांड्स के जूते-चप्पल लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं। अगर ऐसे में मार्केट में पसंदीदा जूते-चप्पल मिलना बंद हो जाए तो लोगों के लिए यह एक परेशानी का कारण बन सकता है।

बड़े-बड़े ब्रांड्स के आगे खड़ी हुई समस्या:

दरअसल एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत में कई लोकप्रिय ब्रांडों के स्टॉक की सप्लाई में कमी आ रही है। इनमें से अरमानी एक्सचेंज, सुपरड्राई, कैल्विन क्लेन, टॉमी हिल्फिगर, और यूएस पोलो एसोसिएशन जैसे ब्रांड्स शामिल हैं। इन कंपनियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन स्टोरों से अपने उत्पादों को हटा दिया है या फिर बचे-खुचे स्टॉक को ही बेच रहे हैं।

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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।