IPO Listing : मेडिकेयर सेगमेंट की उभरती हुई कंपनी नेफ्रो केयर इंडिया ने अपने हालिया आईपीओ के साथ बाजार में तहलका मचा दिया है। कोलकाता स्थित इस कंपनी का आईपीओ केवल 3 दिनों में ही 715 गुना से अधिक सब्सक्राइब हो गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि निवेशकों ने इस अवसर को हाथों-हाथ लिया है। इस जबरदस्त प्रतिक्रिया ने नेफ्रो केयर को निवेशकों के बीच एक भरोसेमंद नाम बना दिया है और इसके आगामी लिस्टिंग सेगमेंट में इसे और भी मजबूती प्रदान की है।
जानिए कब होगी इसकी लिस्टिंग:
दरअसल नेफ्रो केयर इंडिया का 41.26 करोड़ रुपये का आईपीओ 28 जून को शेयर बाजार में खुला था। निवेशकों के पास 2 जुलाई तक इसमें निवेश करने का अवसर था। इस आईपीओ में केवल नए शेयरों का इश्यू शामिल था। कंपनी ने इस आईपीओ के माध्यम से 45.84 लाख नए शेयर जारी किए हैं। एसएमई श्रेणी के इस आईपीओ का प्राइस बैंड 85 से 90 रुपये प्रति शेयर तय हुआ था। इसके शेयर 5 जुलाई को एनएसई एसएमई पर सूचीबद्ध होंगे, जिससे निवेशकों को अपने निवेश पर लाभ कमाने का एक और मौका मिलेगा।
नेफ्रो केयर आईपीओ का आकार:
बता दें कि नेफ्रो केयर इंडिया के आईपीओ में एक लॉट में 1,600 शेयर शामिल थे। इश्यू प्राइस के अनुसार, खुदरा निवेशकों को न्यूनतम 1 लाख 44 हजार रुपये की आवश्यकता थी। एचएनआई कैटेगरी में निवेशकों को कम से कम 2 लॉट के लिए बोली लगानी होती थी, जिसका मतलब है कि उन्हें न्यूनतम 2 लाख 88 हजार रुपये का निवेश करना था। इस बड़े लॉट साइज और न्यूनतम निवेश राशि के बावजूद, निवेशकों ने इस आईपीओ में बहुत अधिक रुचि दिखाई।
दरअसल आईपीओ को निवेशकों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। एनआईआई कैटेगरी में इसे 1,787.19 गुना सब्सक्रिप्शन प्राप्त हुआ, जबकि क्यूआईबी कैटेगरी में 245.14 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित हिस्सा 634.12 गुना सब्सक्राइब किया गया। कुल मिलाकर, इस आईपीओ को 715.78 गुना सब्सक्रिप्शन मिला, जो यह दर्शाता है कि निवेशकों ने इसे बेहद पसंद किया है।
बता दें की कोलकाता स्थित नेफ्रो केयर इंडिया अस्पतालों का संचालन करती है। कंपनी की स्थापना 2014 में डॉ. प्रतिम सेनगुप्ता ने की थी। इसके निवेशकों में कई प्रमुख हस्तियां शामिल हैं, जिनमें प्रमुख बैंकर दीपक पारेख भी हैं। आईपीओ के ड्राफ्ट के मुताबिक, कंपनी इस इश्यू से जुटाई गई राशि का उपयोग एक मल्टीस्पेशियलिटी हॉस्पिटल की स्थापना और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए करेगी। यह संकेत है कि कंपनी विस्तार की योजना बना रही है और नए परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रही है।