MP Power Project: रिलायंस इंडस्ट्रीज ने गौतम अडाणी की अडाणी पावर से मध्यप्रदेश पावर प्रोजेक्ट में 26% हिस्सेदारी खरीदी है। इसके साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने प्लांट की 500 मेगावाट बिजली (इलेक्ट्रिसिटी) का खुद इस्तेमाल (कैप्टिव यूज) करने के लिए एक एग्रीमेंट भी साइन किया है। दरअसल ऐसा पहली बार होगा जब दो कॉम्पिटिटिव बिलेनियर इंडस्ट्रियलिस्ट यानी अडानी ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज के बीच किसी तरह की पार्टनरशिप हुई है।
रिलायंस का नया कदम:
रिलायंस इंडस्ट्रीज की इस साझेदारी की घोषणा ने व्यापारिक दुनिया में बड़ा संदेश दिया है। दरअसल यह पहली बार है जब दो बड़ी भारतीय कंपनियों के बीच इस तरह की साझेदारी का जिक्र हुआ है। रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अडाणी पावर लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी महान एनर्जेन लिमिटेड के 5 करोड़ शेयर खरीदने का फैसला किया है। इसके लिए रिलायंस ने 50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। दरअसल आपको बता दे की रिलायंस भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर की कंपनी है, जिसका मार्केट कैप तकरीबन 20,14,010.63 करोड़ रुपए का है।
रिलायंस इंडस्ट्रीज की अन्य परियोजनाएं
जानकारी के अनुसार रिलायंस इंडस्ट्रीज का नाम भारत की कंपनियों में एक महत्वपूर्ण नाम के रूप में जाना जाता है। उसके पास हाइड्रोकार्बन एक्सप्लोरेशन और प्रोडक्शन, पेट्रोलियम रिफाइनिंग, पेट्रोकेमिकल्स, एडवांस मटेरियल और कंपोजिट, रिन्यूएबल एनर्जी (सोलर और हाइड्रोजन), रिटेल, डिजिटल सर्विसेस आदि जैसे कई उद्योग हैं। दरअसल मध्यप्रदेश के नजरिये से यह एक बहुत बड़ी खबर है।
वहीं अडाणी पावर भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट सेक्टर की थर्मल पावर प्रोड्यूसर कंपनी है। उसकी बिजली उत्पादन क्षमता 15,250 मेगावाट है और वह गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में विभिन्न प्रोजेक्ट्स के माध्यम से बिजली उत्पादन करती है। इस साझेदारी के माध्यम से, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडाणी पावर ने भारतीय उद्योग में एक नई मील का पत्थर रखा है और व्यापारिक दुनिया में नये दिशानिर्देश दिये हैं।