Post Office Scheme: 1000 रुपये के निवेश में मिलेगा बंपर लाभ, इतने महीने में पैसा हो जाएगा डबल

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। लोग पोस्ट ऑफ़िक में निवेश करना आजकल काफी पसंद करते हैं। पोस्ट ऑफिस कई ऐसे स्कीम (Post Office Scheme) देता है, जिसका लाभ निवेशक उठा सकते हैं। बैंकों के मुकाबले पोस्ट ऑफिस निवेशकों को ज्यादा रिटर्न देता है। इतना ही पोस्ट ऑफिस की स्कीम सुरक्षित भी होती है। आज हम आपको ऐसे ही एक स्कीम के बारे में बताने जा रहा हैं। इस स्कीम में आपका पैसा डबल हो जाता है और सिर्फ 1000 रुपये का न्यूनतम निवेश करना पड़ता है। पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम का नाम किसान विकास पत्र है, जो आपको काफी अच्छा रिटर्न देता है। इतना ही नहीं इस स्कीम पर आप लोन भी ले सकते हैं।

यह भी पढ़े… Sarkari Naukari: सेंट्रल सिल्क बोर्ड में निकली 66 पदों पर भर्ती, 1 लाख रुपये से अधिक की सैलरी, जानें डिटेल्स

किसान विकास पत्र स्कीम इनकम टैक्स अधिनियम 80c के अंतर्गत आती है। इस स्कीम के तहत 6.9 फीसदी की दर निवेश पर दी जाती है। 18 साल या उससे अधिक की आयु वाले लोग इस स्कीम से जुड़ सकते हैं। इसमें निवेश करने की न्यूनतम राशि 1000 रुपये है। हालांकि अधिकतम निवेश की कोई लिमिट निर्धारित नहीं की गई है। वहीं 10 साल 4 महीने यानि 124 महीने में आपका पैसा डबल हो जाता है। बता दें की यदि कोई व्यक्ति स्कीम खरीदने के बाद एक साल में इसे वापस करता है, तब उसे किसी भी प्रकार के ब्याज का लाभ नहीं मिलता। इस स्कीम में TDS की कटौती नहीं होती, लेकिन रिटर्न पर आपको टैक्स भुगतान करना पड़ता है।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"