Highlights :
- डिजिटल करेंसी का होगा विस्तार
- आर्टिफ़िशियल एजेंसी इंटेलीजेन्सी और मशीन लर्निंग का आगमन
- बैंक से जुड़े इन नियमों में बदलाव
Banking Updates 2023 : बस कुछ देर में ही यह साल 2022 का अंत होने जा रहा है। जो सारी दुनिया के नए वर्ष में जाने वाली है। 1 जनवरी से कई नियमों में बदलाव होंगे। जिसके लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) भी तैयार है। बैंकिंग सेक्टर के कई नियमों में बदलाव होने जा रहे हैं। बैंक लॉकर से लेकर एफडी तक इस लिस्ट में शामिल हैं। लेकिन आरबीआई इस सेक्टर में नई-नई तकनीकों को भी लाने की प्लानिंग कर रहा है। अगले साल केन्द्रीय बैंक की सुविधाएं भारत में ही बल्कि ग्लोबल लेवल तक पहुंचाने की तैयारी में है। जिसकी शुरुआत अभी से ही हो चुकी है। आइए जानें साल 2023 में क्या-क्या बदलाव भारत के बैंकों के सिस्टम में होंगे।
- डिजिटल करेंसी का होगा विस्तार
फिलहाल ई-रुपया बस कुछ चुनिंदा बैंकों और उनके ग्राहकों तक सीमित है। लेकिन अगले साल तक आरबीआई इसका विस्तार करने की प्लानिंग कर रही है। यह लेन-देन के लिए सुरक्षित और आसान डिजिटल माध्यम बन सकता है। जनवरी 2017 में ही सेंट्रल बैंक ने इसका प्रस्ताव रखा था। लेकिन इसे वित्तीय निष्कर्ष तक पहुंचने में 5 लगे। यह क्रिप्टोकरेंसी से बिल्कुल अलग है। बता दें कि कई बार आरबीआई के गवर्नर शक्तिकान्त दास ने क्रिप्टो को अर्थव्यसवस्था के लिए खतरा बताया है। सिक्कों के मुकाबले इसे छापने में हजारों करोड़ रुपये की बचत होगी।
- आर्टिफ़िशियल एजेंसी इंटेलीजेन्सी और मशीन लर्निंग का आगमन
समय के साथ बैंकिंग सेक्टर में लगातार बदलाव हो रहे हैं। आरबीआई इस सेक्टर को टेक्नोलॉजी के साथ बदलना चाहता है। आजकल आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का प्रचलन बढ़ चुका है। इसलिए केन्द्रीय बैंक भी बैंकों तक इसे पहुँचने के लिए विशेष प्लाटफॉरण “उत्कर्ष 2.0” शुरू करने की तैयारी के रहा है। जिसकी शुरुआत अगले साल से हो सकती है। इसका पहला रणनीति दनचा उत्कर्ष 2022 जुलाई 2019 में शुरू किया है। इससे बैंकिंग सिस्टम में ट्रांसपेरेंसी आयेगी। इसके अलावा RBI अन्य कई बदलाव भी कर सकता है।
- बैंक से जुड़े इन नियमों में बदलाव
कल से क्रेडिट कार्ड और बैंक लॉकर के नियमों में बदलाव करते जा रहा है। बैंक लॉकर के जुड़े निर्देश आरबीआई ने जारी किये हैं। जिसके मुताबिक अब बैंक अपनी मनमानी नहीं कर पाएंगे। नए नियमों के मुताबिक यदि कोई भी नुकसान लॉकर के साथ होता है तो बैंक की जवाबदेही तय की जाएगी। इसके लिए एक एग्रीमेंट साइन किया जाएगा। वहीं क्रेडिट कार्ड यूजर्स को अपने रिवर्ड पॉइंट का भुगतान करने के लिए 31 दिसंबर की डेट दी गई थी। 1 जनवरी से नया नियम लागू होगा।