नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। एस्पेन फार्माकेयर ने अफ्रीका के लिए चार एस्पेन-ब्रांडेड टीकों के निर्माण और बिक्री के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ हाथ मिलाया है। दोनों दक्षिण अफ्रीका में अपनी अब तक की सबसे अच्छी COVID-19 वैक्सीन उपयोग करना चाहते है।
एस्पेन ने अपनी COVID-19 वैक्सीन की पैकेजिंग, बिक्री और वितरण के लिए जॉनसन एंड जॉनसन के साथ भी अनुबंध किया हुआ है, जिसे उन्होंने आगे बढ़ाया है। जॉनसन एंड जॉनसन एस्पेन के नाम से ही दक्षिण अफ्रीका में वैक्सीन बेच रही है।
समझौते के बारे में बात करते हुए एस्पेन के सीईओ स्टीफन साड ने कहा, “एस्पेन का जॉनसन एंड जॉनसन के साथ अपने COVID-19 वैक्सीन को शीशियों में पैकेज करने के लिए एक अनुबंध है और इस साल की शुरुआत में इसने अफ्रीका के लिए अपने स्वयं के ब्रांड एस्पेनोवाक्स के तहत वैक्सीन को पैकेज, बेचने और वितरित करने की अनुमति देने के लिए अपने समझौते को बढ़ाया। लेकिन इसे अभी तक COVID वैक्सीन के लिए एक भी ऑर्डर नहीं मिला है और इसके पिछले अनुबंध के तहत J & J के ऑर्डर भी “घटते” गए, जिससे इसकी 450 मिलियन-खुराक वैक्सीन उत्पादन लाइन खतरे में आ गई।
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उन्होंने आगे कहा, “सीरम के साथ समझौता एस्पेन को वॉल्यूम पर निश्चितता देता है, जो उन्हें J & J के साथ नुकसान की भरपाई करने में मदद करेगा।”
उत्पादन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, “नए टीकों का उत्पादन शुरू होने में कम से कम 12 महीने लगेंगे। तब तक एस्पेन को अभी भी एस्पेनोवाक्स के ऑर्डर सुरक्षित होने की उम्मीद है।”
सीरम समझौते के तहत, एस्पेन हेक्सावैलेंट, न्यूमोकोकल, पॉलीवैलेंट मेनिंगोकोकल और रोटावायरस टीको का उत्पादन करेगी। इसके बाद दोनों कंपनियां नए उत्पादों को शामिल करने के लिए समझौते के विस्तार पर भी चर्चा कर सकती हैं।
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बता दें,एस्पेन को बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और कोलिशन फॉर एपिडेमिक प्रिपेयर्डनेस इनोवेशन से अनुदान प्राप्त करने की भी उम्मीद है, जिसका उद्देश्य सस्ती वैक्सीन उत्पादन को बढ़ावा देना है।