स्मार्टवर्क्स ने भारत में वर्कस्पेस कल्चर को नए लेवल पर पहुंचाया है। दरअसल यह कंपनी खासतौर पर तेजी से बढ़ती मजबूत कंपनियों को होटल जैसी सुविधाओं वाला ऑफिस स्पेस मुहैया कराती है। इसमें वाईफाई, केबिन, कॉन्फ्रेंस हॉल के साथ-साथ जिम, रेस्टोरेंट, ग्रॉसरी और लॉन्ड्री जैसी सुविधाएं शामिल होती हैं। वही यह बिजनेस मॉडल आज के दौर में कंपनियों की जरूरत के मुताबिक तैयार किया गया है। ऐसे में इस IPO से मिलने वाले फंड से कंपनी विस्तार और टेक्नोलॉजी पर फोकस बढ़ाएगी।
दरअसल Smartworks की शुरुआत 2016 में हर्ष बिनानी और नीतिश सारदा ने मिलकर की थी। इनका मकसद था भारत में भी ऐसा स्मार्ट ऑफिस कल्चर लाना, जैसा उन्होंने विदेश में पढ़ाई के दौरान देखा था। आज कंपनी देश के 14 बड़े शहरों में 1 करोड़ स्क्वायर फीट से ज्यादा का ऑफिस स्पेस ऑपरेट कर रही है।
जानिए कैसे काम करती है Smartworks?
बता दें कि इसका बिजनेस मॉडल पूरी तरह लीजिंग पर आधारित है। यानी यह डेवलपर्स से कमर्शियल स्पेस लीज पर लेकर उन्हें मॉडर्न वर्कस्पेस में बदल देती है और कंपनियों को किराए पर देती है। यह ऑफिस न सिर्फ देखने में प्रीमियम होते हैं, बल्कि कर्मचारियों को पॉजिटिव एनवायरमेंट भी देते हैं। गूगल, परसिस्टेंट सिस्टम्स, ग्रो, मेक माय ट्रिप, L&T और ब्रिजस्टोन जैसी मजबूत कंपनियां इसके क्लाइंट हैं। इन कंपनियों की स्टेबल फाइनेंशियल स्थिति स्मार्टवर्क्स के लिए लो-रिस्क और हाई-वैल्यू बिजनेस सुनिश्चित करती है।
यहां देखें IPO से पहले कंपनी की फाइनेंशियल ग्रोथ और आंकड़े
दरअसल Smartworks ने बीते दो सालों में जबरदस्त ग्रोथ दिखाई है। वित्त वर्ष 2025 में कंपनी की ऑपरेशनल आय ₹1,374 करोड़ रही, जो FY23 में ₹711.4 करोड़ थी। यानी दो साल में आय लगभग दोगुनी हुई है। कंपनी की सालाना ग्रोथ रेट 38.98% रही है, जो रियल एस्टेट सेक्टर में बड़ी उपलब्धि मानी जाती है। इतना ही नहीं, एडजस्टेड EBITDA में भी जबरदस्त ग्रोथ देखने को मिली। वित्त वर्ष 2023 में जहां यह ₹36.36 करोड़ था, वहीं 2025 में यह बढ़कर ₹172.23 करोड़ हो गया। यानी EBITDA ग्रोथ रेट 117.64% रही है।
वहीं कंपनी घाटा भी लगातार कम कर रही है। दरअसल FY23 में ₹101 करोड़ के घाटे की तुलना में FY25 में यह सिर्फ ₹63 करोड़ रह गया है। ऑपरेशनल आय के प्रतिशत में देखें तो घाटा पहले 13.6% था, जो अब घटकर 4.5% रह गया है।





