Success Story : मेहनत करने वाले को कभी भी निराशा हाथ नहीं लगती। एक- न- एक दिन उन्हें सफलता जरूर मिलती है। हालांकि, इस उतार-चढ़ाव भरे जीवन में उन्हें खुद पर भरोसा रखना पड़ता है। साथ ही लगन से काम करने पर बड़े से बड़ा मुकाम भी हासिल किया जा सकता है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपनी मेहनत के दम पर ऊंचाइयों को छूते हैं। इन्हीं में से एक सु-काम कंपनी सोलर इनवर्टर के संस्थापक कुंवर सचदेव भी है, जिनका संघर्ष और मेहनत उन्हें उन्नति की ऊंचाइयों तक ले गया। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको उनकी सक्सेस स्टोरी बताते हैं, जिन्हें आज लोग इनवर्टर मैन के नाम से जानती है। आइए जानते हैं विस्तार से…
कठिनाइयों में गुजरा बचपन
कुंवर सचदेव को बचपन से ही बहुत अधिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है। उनके पिता रेलवे भी क्लर्क काम करते थे। इसके बावजूद गरीबी इतनी थी कि दो वक्त का खाना भी मुश्किल से ही जुटता था। ऐसे में उन्हें अपनी पढ़ाई का खर्चा घर-घर जाकर पेन बेचकर उठाना पड़ता था। शुरू से ही वह डॉक्टर बनना चाहते थे, जब सचदेव फिफ्थ क्लास में थे तब उनके पिता ने उन्हें प्राइवेट स्कूल से निकाल कर सरकारी स्कूल में डाल दिया था। हालांकि, 12वीं में मेडिकल का एंट्रेंस एग्जाम देने पर उन्हें अच्छा नंबर नहीं मिला। जिस कारण उनका मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं हो पाया और उनका यह सपना अधूरा ही रह गया।
90 से अधिक देशों में कारोबार
पैसे में उन्होंने अपने आगे की पढ़ाई पूरी करने के बाद केवल कम्युनिकेशन कंपनी में मार्केटिंग विभाग में नौकरी की। इस दौरान उन्हें यह आभास हुआ कि आने वाले समय में केवल का बिजनेस काफी मुनाफे वाला हो सकता है। तभी उन्होंने नौकरी छोड़कर अपने बिजनेस की शुरुआत की और आलम यह है कि उनकी मेहनत ने उन्हें फर्श से अर्श तक पहुंचा दिया। साल 1998 में उन्होंने सू-काम पावर सिस्टम नाम से कंपनी बनाई। आज यह सू-काम इंडियन मल्टीनैशनल कॉरपोरेशन बन चुकी है जोकि भारत में सबसे तेजी से बढ़ाने वाली इंडस्ट्री में से एक है। यह मेक इन इंडिया का एक उदाहरण भी माना जाता है। इसका कारोबार आज 90 से भी अधिक देशों में फैला हुआ है।