WazirX की बड़ी मुश्किलें Paytm ने किया सुविधा देने से इनकार.. यह है पूरा मामला

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट | 20 मई रात 12 बजे से Paytm ने WazirX से अपनी सभी सुविधाओं को हटा लिया है।इसके बाद न केवल ग्राहकों को पैसे जमा करने में दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है बल्कि WazirX के प्रति उनके विश्वास में कमी भी आयी है।

WazirX की बड़ी मुश्किलें Paytm ने किया सुविधा देने से इनकार.. यह है पूरा मामला

पिछला हफ्ता क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) के निवेशकों के लिए कभी न भूलने वाला हफ्ता था। आपको बता दें हाल ही में टेस्ला कंपनी के मालिक और बिजनेसमैन(CEO and businessman) एलोन मस्क ने अपने ट्विटर पर बताया था कि वह पर्यावरण की सुरक्षा की दृष्टि से बिटकॉइन(bitcoin cryptocurrency) को अब टेस्ला कंपनी में पेमेंट के लिए अमान्य घोषित करते हैं। बस इस घोषणां के बाद क्रिप्टो मार्केट(crypto market) में तूफान आगया। बिटकॉइन सहित बाकी अन्य कोइंस (coins) की कीमत भी ज़मीन पर आ गिरी।

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इसके बाद जब WazirX के ग्राहकों ने इस प्लेटफार्म पर कॉइन खरीदना और बेचना शुरू किया तो इनका सर्वर क्रैश होगया, जिसके बाद ग्राहकों ने सोशल मीडिया पर अपने गुस्से को जाहिर किया। कुछ ग्राहकों का कहना है कि जब भी मार्केट में उछाल आता है और वह कुछ खरीदना और बेचना चाहते हैं तब तब इनका सर्वर क्रैश होजाता है।इतना ही नहीं “Shiba Inu coin” की लिस्टिंग के टाइम पर भी ग्राहकों ने इनके सर्वर की गड़बड़ी के चलते इस कॉइन को कीमत से ज्यादा पैसे देकर खरीदा था। हालांकि बाद में ग्राहकों को कॉम्पेंसेट (compensate) करने का वादा WazirX के CEO द्वारा किया गया था।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।