आयुष नीट यूजी 2023 के तीसरे चरण की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरु, जल्दी करें अप्लाई

Shashank Baranwal
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AYUSH NEET UG 2023

AYUSH NEET UG Counselling 2023: आयुष मंत्रालय के अधीन आयुष प्रवेश केंद्रीय परामर्श समिति (एएसीसीसी) ने आयुष नीट यूजी 2023 के तीसरे चरण की काउंसलिंग के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया गुरुवार 12 अक्टूबर से शुरु कर दी है। जो भी अभ्यर्थी तीसरे चरण के काउंसलिंग के लिए अप्लाई करना चाहते हैं वो आयुष प्रवेश केंद्रीय परामर्श समिति के आधिकारिक वेबसाइट aaccc.gov.in पर जाकर अप्लाई कर सकते हैं।

काउंसिलिंग की प्रक्रिया सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त, सीयू/ एनआई और डीम्ड कॉलेजों में यूनानी, होम्योपैथिक, सिद्ध और आयुर्वेद पाठ्यक्रमों के लिए किया जाता है।

काउंसलिंग का विवरण

आयुष नीट यूजी 2023 के तीसरे चरण की रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 12 अक्टूबर 2023 से 15 अक्टूबर 2023 तक होगा। ऑप्शन और लॉक करने की सुविधा 13 अक्टूबर से लेकर 15 अक्टूबर 2023 तक रहेगी। वहीं सीटों के अलॉटमेंट की प्रक्रिया 16 अक्टूबर 2023 से लेकर 17 अक्टूबर 2023 तक होगी, जबकि सीट अलॉटमेंट का रिजल्ट 18 अक्टूबर 2023 को घोषित होगा। आपको बता दें सीट अलॉटमेंट होने के बाद अभ्यर्थियों को उस संस्थान में 19 अक्टूबर से लेकर 26 अक्टूबर के बीच रिपोर्टिंग के लिए पहुंचना होगा।

रजिस्ट्रेशन शुल्क

आयुष नीट यूजी 2023 के तहत सरकारी कॉलेजों में रजिस्ट्रेश कराने के लिए अनारक्षित, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस के अभ्यर्थियों को 1000 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान करना होगा। वहीं एससी, एसटी और पीएच अभ्यर्थियों को 500 रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान करना होगा। आपको बता दें यह रजिस्ट्रेशन शुल्क ऑल इंडिया कोटा के सरकारी कॉलेजों के लिए है। जबकि एडेड, सीयू/ एनआई कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन के लिए 5000 रुपये रजिस्ट्रेशन शुल्क का भुगतान करना होगा।

 


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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