CBSE 2023, CBSE Result 2023 : सीबीएसई के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है। दरअसल केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा नियत समय में सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के परिणाम की घोषणा की जाएगी। उम्मीदवार सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर रिजल्ट की जांच कर सकेंगे।
जल्द जारी होंगे रिजल्ट
फिलहाल सीबीएसई 10वीं 12वीं परीक्षा परिणाम को लेकर सीबीएसई की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। रिजल्ट की घोषणा होने के बाद छात्र उसे cbse.nic.in पर देख सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बोर्ड द्वारा सीबीएसई कक्षा 10वी और कक्षा 12वीं के परीक्षा परिणाम एक ही दिन जारी किए जाने की उम्मीद जताई जा रही है। सीबीएसई छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा से बचने के उपाय के रूप में इस साल टॉपर्स के नाम की घोषणा नहीं की जा सकती है।
वही कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में बैठने वाले उम्मीदवारों को मेरिट सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। उम्मीदवार वेबसाइट, मोबाइल ऐप एसएमएस के माध्यम से अपने परीक्षा परिणाम की जांच कर सकते हैं। परीक्षा परिणाम की जांच करने के लिए छात्रों को रोल नंबर सहित स्कूल संख्या, जन्म की तारीख, एडमिट कार्ड, आईडी कार्ड होना अनिवार्य है। एक बार परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद छात्र उसे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं।
ऐसे करें डाउनलोड
- रिजल्ट डाउनलोड करने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- दसवीं बारहवीं कक्षा के परिणामों के लिंक पर क्लिक करें।
- अपना रोल नंबर, स्कूल नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें
- सबमिट करें और परीक्षा परिणाम देखें
- भविष्य के संदर्भ में इसे संभाल कर रखें
छात्रों के लिए सीबीएसई की बड़ी तैयारी
सीबीएसई द्वारा बड़ी तैयारी की जा रही है। इसके तहत केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा कक्षा छठी से आठवीं तक के छात्रों को कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई शुरू करवाई जाएगी। बोर्ड का उद्देश्य छात्रों के बीच कौशल शिक्षा को बढ़ावा देना है। कोडिंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अलावा बोर्ड डाटा साइंस, खादी कश्मीरी कढ़ाई और संवर्धित वास्तविकता से वित्तीय साक्षरता जैसे विषयों को भी शामिल करेगा। छात्रों के मानसिक उत्थान और कौशल शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए सीबीएसई उपग्रह अनुप्रयोगों जैसे कुल 33 अन्य विषयों को छठवीं से आठवीं तक की कक्षा के लिए शामिल करेगा। रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि माइक्रोसॉफ्ट कोडिंग के लिए पाठ्यक्रम को तैयार करेगा।
यह होगी प्रक्रिया
सीबीएसई बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि छात्रों को यह कौशल सिखाने के लिए बेगलेस डे, वैकेशन टाइम, समर कैंप , एक्टिविटीज पीरियड का इस्तेमाल किया जा सकता है। सीबीएसई द्वारा जारी सर्कुलर के मुताबिक इन मॉड्यूल के में 70 फीसद प्रैक्टिकल और 30 फीसद थियोरेटिकल परीक्षा को शामिल किया जाएगा। वहीं इसकी अवधि 12 से 15 घंटे की हो सकती है।
इससे पहले अप्रैल में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि यूजीसी एआईसीटीई और एनसीईआरटी की भविष्य में कौशल की मैपिंग के लिए एक रूपरेखा को तैयार करने के लिए साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा था कि स्कूली शिक्षा प्रणाली में स्किलिंग को कैसे औपचारिक रूप से बढ़ावा दिया जाए, इस पर विचार विमर्श की आवश्यकता है। सिंगापुर के प्रतिनिधियों के साथ स्किलिंग की दिशा में एक साझेदारी के साथ आगे बढ़ने के तरीके पर चर्चा की गई थी। जिसके बाद अब छठी से आठवीं तक के बच्चों के लिए 33 नए विषयों को शुरू करने की तैयारी की गई है।