केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने सभी एफिलिएटिड स्कूलों के “बालपन की कविता” नामक भारतीय रिदम एंड पोयम कंपटीशन को लेकर नोटिस जारी किया है। बोर्ड ने स्कूलों को इसकी जानकारी विद्यार्थियों तक पहुंचाने की अनुरोध किया है। साथ ही उन्हें इस कंपटीशन में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करने की सलाह भी दी है। ताकि शिक्षा के लिए मातृभाषा और क्षेत्रीय भाषाओं में कविताओं और तुकबंदियों को एक बार फिर पुनर्जीवित किया जा सके।
इस प्रतियोगिता का आयोजन भारत सरकार “MyGov” पोर्टल पर कर ही है। सीबीएसई ने नोटिस में भाग लेने के लिए लिंक भी साझा किया है। यह 2 ऐज ग्रुप में आयोजित होगा, जिसमें बाल वाटिका (6 से 3 साल), ग्रेड-1 (6 से 7 साल) और ग्रेड-2 (7 से 8 साल) के छात्र शामिल हो सकते हैं। कविता जमा करने की आखिरी तारीख 22 अप्रैल है। इसमें भाग लेने के लिए किसी प्रकार के शुल्क भुगतान करने की जरूरत भी नहीं है।

इन नियमों का रखें ख्याल
- कविता या तुकबंदी 4 से 12 लाइंस में 30 से 100 शब्द में लिखी होनी चाहिए।
- कविताएं मूल रूप से लिखी जा सकती हैं। स्थानीय संस्कृति या लोक कथाओं में लोक लोकप्रिय हो सकती है। किसी और द्वारा लिखी जा सकती है, ऐसे में प्रेषक क्रेडिट दे सकता है।
- आखिरी तारीख खत्म होने के बाद प्रविष्टियों पर कोई विचार नहीं किया जाएगा।
- कविता में कोई भड़काऊ, आपत्तिजनक, अनुचित सामग्री नहीं होनी चाहिए।
- कॉपीराइट अधिनियम 1957 के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन नहीं होना चाहिए। वरना उन्हें प्रतियोगिता के लिए अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा।
जीतने पर क्या मिलेगा?
चयनित कविताओं को एनसीईआरटी, सीबीएसई, केवीएस, mygov पोर्टल और अन्य शैक्षिक पोर्टल पर दिखाया जाएगा। इसके अलावा कंट्रीब्यूशन सर्टिफिकेट और कैश रिवार्ड भी विजेताओं को दिया जाएगा। ईमेल पर दी गई बैंक जानकारी के आधार पर रिवार्ड कैश इलेक्ट्रॉनिक ट्रांसफर के जरिए भेजा जाएगा। विजेताओं का चयन विशेष समिति द्वारा किया जाएगा, जिसकी घोषणा https://blog.mygov.in/ पर होगी।