NEET UG 2024: मेडिकल के छात्रों के लिए खुशखबरी, खुलने वाले हैं 14 नए कॉलेज, सीटों की संख्या में भी होगा इजाफा

Shashank Baranwal
Published on -
Ayush

NEET UG 2024: NEET UG की पढाई करने वाले छात्रों के लिए महत्त्वपूर्ण जानकारी है। आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 में 14 नए मेडिकल कॉलेजों के खुलने की उम्मीद जताई जा रही है, क्योंकि उत्तर प्रदेश राज्य चिकित्साद शिक्षा विभाग की तरफ से नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) को इन कॉलेजों के निरक्षण के लिए आवेदन भेज दिया है। अब NMC इन कॉलेजों का निरीक्षण कर स्वीकृति दे देगा।

इन जिलों में खुलेगा मेडिकल कॉलेज

14 मेडिकल कॉलेज उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में खुलेंगे। जिसमें अमेठी, ललितपुर, ओरैया, सोनभद्र, पीलीभीत, बुलन्दशहर, बिजनौर, गोंडा, चंदौली, लखीमपुर खीरी, कौशांबी, कुशीनगर, सुल्तानपुर और कानपुर देहात जिले शामिल हैं। आपको बता दें पिछले साल भी 9 मेडिकल कॉलेज खोले गए। वहीं वर्तमान समय में सरकारी कॉलेजों में मेडिकल की 3,828 सीटें हैं। जबकि निजी कॉलेजों में 4,700 सीटों हैं।

सीटों की संख्या में होगा इजाफा

प्रदेश में 14 नए मेडिकल कॉलेजों की शुरूआत होने से MBBS की करीब 1,400 सीटों का इजाफा हो जाएगा। इसके अलावा प्रदेश में 19,376 शिक्षकों और कर्माचरियों के खाली पदों को भी भरा जाएगा, जिसके लिए मंजूरी भी मिल चुकी है। गौतलब है कि उत्तर प्रदेश में वर्तमान समय में 35 सरकारी कॉलेज और 30 निजी कॉलेज हैं।

इस दिन आयोजित होगी NEET UG की परीक्षा

NTA द्वारा आयोजित NEET UG 2024 की परीक्षा 5 मई को होने वाली है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन की अंतिम तारीख 9 मार्च थी। इस परीक्षा में देश के करीब 20 लाख बच्चे शामिल होंगे। आपको बता दें इस परीक्षा का आयोजन अंग्रेजी के अलावा 12 भारतीय भाषाओं में होगा, जिसमें हिंदी, बंगाली, पंजाबी, असमिया, गुजराती, मलयालयम, मराठी, तेलुगु, उर्दू, तमिल, उड़िया और कन्नड़ शामिल हैं।


About Author
Shashank Baranwal

Shashank Baranwal

पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

Other Latest News