IIT Branch Change: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) के प्रथम वर्ष के छात्रों को अब ब्रांच बदलने का विकल्प नहीं मिलेगा। दरअसल यह निर्णय छात्रों को तनावमुक्त रखने और उनके मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने के उद्देश्य से लिया गया है। जानकारी के अनुसार हाल ही में छह और IIT ने इस विकल्प को समाप्त कर दिया है, जिससे कुल मिलाकर नौ IIT संस्थानों ने यह सुविधा बंद कर दी है।
दरअसल पिछले कुछ वर्षों में, कुछ IIT ने अपने प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए ब्रांच बदलने की सुविधा को समाप्त कर दिया है। इससे पहले, IIT बॉम्बे ने 2023 में, IIT हैदराबाद ने 2021 में और IIT जम्मू ने 2018 में यह विकल्प खत्म कर दिया था। इस प्रकार, अब कुल नौ IIT संस्थानों में यह सुविधा समाप्त हो गई है। इस सूची में शामिल होने वाले नवीनतम संस्थान हैं:
IIT मद्रास
IIT खड़गपुर
IIT धारवाड़
IIT मंडी
IIT धनबाद
IIT भुवनेश्वर
ब्रांच बदलने की प्रक्रिया
जानकारी के अनुसार पहले, IIT संस्थानों में प्रथम वर्ष के छात्र अपने पहले दो सेमेस्टर के अंत में अपनी ब्रांच बदल सकते थे। दरअसल इसके लिए छात्रों को अपने संस्थान के निर्धारित नियमों के अनुसार CGPA (Cumulative Grade Point Average) प्राप्त करना होता था। जो छात्र आवश्यक कट-ऑफ प्राप्त कर लेते थे, वे अपनी ब्रांच बदल सकते थे। यह एक प्रतियोगी प्रक्रिया थी, और केवल उच्चतम CGPA वाले छात्रों को ही यह विकल्प मिलता था।
तनावमुक्त रखने का उद्देश्य
दरअसल इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य छात्रों को ब्रांच बदलने के लिए आवश्यक अंक लाने के तनाव से मुक्त रखना है। एक रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 50 प्रतिशत छात्र यह मानते हैं कि वे पहले वर्ष के अंत में अपनी ब्रांच बदल सकेंगे, लेकिन वास्तविकता में केवल दस प्रतिशत छात्र ही ऐसा कर पाते हैं। बाकी छात्रों को निराशा का सामना करना पड़ता है।
IIT प्रशासन का मानना है कि ब्रांच बदलने का विकल्प समाप्त करने से छात्रों पर अनावश्यक दबाव कम होगा और वे अपने अध्ययन पर बेहतर तरीके से ध्यान केंद्रित कर सकेंगे। इसके अलावा, यह कदम छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी सहायक होगा।