भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) द्वारा सरकारी स्कूलों (MP School) के लिए एक नई सुविधा शुरू की जा रही है। दरअसल शासकीय स्कूल (Government school) के पूर्व छात्रों को जोड़कर अपना विद्यालय अपना कोष अभियान चलाया जाएगा। जिसमें शासकीय स्कूल के पूर्व छात्र राशि संग्रहित करेंगे। वहीं कोष अभियान से स्कूल की छोटी गतिविधियों और खर्च संचालित की जाएगी। वसंत पंचमी (Basant Panchami) पर इसके शुरुआती स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इंदर सिंह परमार (Inder Singh Parmar) द्वारा की गई है।
दरअसल बसंत पंचमी के मौके पर इंदर सिंह परमार शाजापुर के सुजालपुर के एक्सीलेंस स्कूल में इसी अभियान की शुरुआत करने पहुंचे थे। शासकीय स्कूल के पूर्व छात्र की समिति बनाई जाएगी और इसमें पूर्व छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा। पूर्व छात्र समिति के अध्यक्ष और प्राचार्य सचिव निर्वाचित होंगे। इसके साथ ही इसमें अन्य सदस्य होंगे। इस अवसर पर शासकीय विद्यालय में छात्रों की बैठक आयोजित की जाएगी और उस पर चर्चा होगी। वहीं पूर्व छात्र ने छात्रों के लिए प्रेरणा के केंद्र भी साबित होंगे।
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वही बसंत पंचमी के मौके पर एक्सीलेंस स्कूल पहुंचे शिक्षा मंत्री ने School की पहली बैच के छात्रों को मंच पर सम्मानित किया। इसके साथ ही अपने विद्यालय अपने कोष अभियान में सहभागिता की अपील भी की। वहीं स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने खुद स्कूल के पूर्व छात्र होने के नाते 5 लाख रुपए इस स्कूल देने की घोषणा भी की है। पूर्व छात्रों की ओर से आशीष दुबे ने स्कूल शिक्षा मंत्री को भगवत गीता भेंट किया।
बता दें कि मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि इसी सप्ताह से पूरे मध्यप्रदेश में अपना विद्यालय अपना कोष अभियान का प्रारूप तैयार किया जाएगा। शासकीय स्कूल में बच्चों की शिक्षा को उत्कृष्ट व्यवस्था देने के लिए इसमें राशि संग्रहित की जाएगी। पूर्व छात्रों से संग्रहित राशि के द्वारा स्कूल की छोटी गतिविधि और कष्ट संचालित किए जाएंगे। साथ ही छात्रों के भविष्य के लिए इन राशियों का इस्तेमाल किया जाएगा।