UGC 2023 : यूजीसी द्वारा बड़ी तैयारी की जा रही है। इसके तहत छात्रों को महत्वपूर्ण लाभ मिलेगा। साथ ही उच्च शिक्षा की पढ़ाई कर रहे छात्रों को कई महत्वपूर्ण सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे उन्हें डिग्री लेने में आसानी होगी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के पैनल की सिफारिश की है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत डिग्री के निर्देशों पर अधिसूचना की समीक्षा के लिए विशेषज्ञ समिति गठित की गई थी। नई समिति नामकरण का सुझाव दिया गया है।
पाठ्यक्रम और क्रेडिट फ्रेमवर्क की परिकल्पना
जिसमें उच्च शिक्षा के कई प्रवेश और निकास के प्रावधानों को देखते हुए राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क और अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए पाठ्यक्रम और क्रेडिट फ्रेमवर्क की परिकल्पना की गई है। जिसमें कहा गया है कि स्नातक प्रमाण पत्र, स्नातक डिप्लोमा और स्नातक डिप्लोमा के स्तर पर भी योग्यता को मान्यता देना उचित होगा।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने कहा है कि एक छात्र को उस पाठ्यक्रम के लिए जरूरी क्रेडिट हासिल करने पर योग्यता जैसे प्रमाण पत्र, डिप्लोमा डिग्री प्रदान करने के लिए विचार किया जा सकता है। पाठ्यक्रम-डिग्री कार्यक्रम की समय अवधि भले ही कुछ भी हो, यह पूरी नहीं हुई हो। ऐसी स्थिति में भी जरूरी क्रेडिट की आवश्यक संख्या अर्जित किया जाना जरूरी होगा। वही अंतरराष्ट्रीय मानदंड के आधार पर डिग्री नामकरण को संशोधित किया जा सकता है।
यूजीसी को प्रस्तुत किया जाएगा प्रस्ताव
पैनल द्वारा समकालीन और उभरती सामाजिक जरूरतों के लिए किसी भी स्तर पर डिग्री पाठ्यक्रम के नए नामकरण शुरू करने की प्रक्रिया का प्रस्ताव पेश किया गया है। पैनल ने सिफारिश की है। इसके लिए एक प्रस्ताव, यूजीसी को प्रस्तुत किया जाएगा। गठित समिति इस पर विचार करेगी आयोग को सिफारिश करेगी।
आयोग के अनुमोदन पर ने डिग्री नामकरण को यूजीसी द्वारा अधिसूचित किया जाएगा। प्रस्ताव को अधिसूचित किए जाने के बाद इसका लाभ छात्रों को मिलेगा। वही उच्च शिक्षा के लिए उन्हें महत्वपूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।