रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ़ को आज बुधवार से बड़ी राहत मिल सकती है।3 अगस्त से मौसम के बदलने और 4 दिन तक लगातार बारिश होने के आसार बन रहे है। छत्तीसगढ़ मौसम विभाग (CG Weather Department) ने मानसून द्रोणिका के प्रभाव से लगातार 4 दिन बारिश की संभावना जताई है। आज बुधवार 3 अगस्त 2022 को बीजापुर, बस्तर,दंतेवाड़ा और सुकमा समेत कई जिलों में गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना जताई है।वही कई स्थानों पर भारी और अनेक स्थानों पर बारिश के साथ बिजली चमकने गिरने की भी चेतावनी है।
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सीजी मौसम विभाग (CG Weather Forecast) के अनुसार, मानसून द्रोणिका पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक स्थित है। इसके साथ ही एक ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवाती घेरा पश्चिमी मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे लगे दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर 1.5 किमी ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से आज बुधवार को प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में गरज चमक के साथ बौछार की संभावना है। इधर, छत्तीसगढ़ में हो रही बारिश से बस्तर, कोंडागांव, नारायणपुर और बीजापुर जिला प्रभावित हो गए है, यहां जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है।
सीजी मौसम विभाग (CG Weather Alert) के अनुसार, बुधवार को बस्तर संभाग के जिलों के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के अन्य कई जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बीजापुर, बस्तर,दंतेवाड़ा और सुकमा में मूसलाधार बारिश होने की पूरी संभावना बनी हुई है। वही बुधवार को कुछ क्षेत्रों में हल्की से मध्यम वर्षा होने के साथ आकाशीय बिजली गिरने की आशंका है।छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने आज ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
बता दे कि राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2022 से अब तक राज्य में 564.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज दो अगस्त तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1431.5 मिमी और बलरामपुर जिले में सबसे कम 211.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
2 अगस्त तक बारिश का रिकॉर्ड
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 234.1 मिमी, सूरजपुर में 312.0 मिमी, जशपुर में 287.9 मिमी, कोरिया में 330.3 मिमी, रायपुर में 372.2 मिमी, बलौदाबाजार में 546.2 मिमी, गरियाबंद में 644.4 मिमी, महासमुंद में 564.7 मिमी, धमतरी में 670.3 मिमी, बिलासपुर में 607.0 मिमी, मुंगेली में 624.1 मिमी, रायगढ़ में 525.5 मिमी, जांजगीर-चांपा में 665.4 मिमी, कोरबा में 436.3 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 556.7 मिमी, दुर्ग में 508.8 मिमी, कबीरधाम में 555.3 मिमी, राजनांदगांव में 600.0 मिमी, बालोद में 685.5 मिमी, बेमेतरा में 387.3 मिमी, बस्तर में 726.9 मिमी, कोण्डागांव में 647.1 मिमी, कांकेर में 785.1 मिमी, नारायणपुर में 590.2 मिमी, दंतेवाड़ा में 744.0 मिमी और सुकमा में 548.4 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।
सूखाग्रस्त घोषित हो सकती हैं 28 तहसीलें
- एक जून 2022 से अब तक राज्य में 564.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज होने के बावजूद 28 तहसीलों पर सूखाग्रस्त होने की तलवार लटक रही है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देश के बाद मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने संबंधित कलेक्टरों से औपचारिक प्रस्ताव मंगाए थे, जिसमें 28 तहसीलों की स्थिति ठीक नहीं है।
- प्रदेश के 9 जिलों की 28 तहसीलों में 60% से भी कम बारिश हुई है।इनमें सरगुजा की अम्बिकापुर, मैनपाट, सीतापुर,सूरजपुर की लटोरी, बलरामपुर की बलरामपुर, कुसमी, वाड्रफनगर, जशपुर की दुलदुला, जशपुर, पत्थलगांव, सन्ना, कुनकुरी, कांसाबेल, रायपुर की रायपुर, आरंग,कोरिया की सोनहत, कोरबा की दर्री, बेमेतरा की बेरला और सुकमा की गादीरास, कोण्टा शामिल है।।