रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ़ के मौसम (CG Weather) में बदलने की शुरुआत हो चुकी है। नवंबर में बेहद तेजी से बदलाव आने वाले हैं। ठंडी हवाओं के प्रभाव के कारण तापमान में गिरावट (temperature fall) जारी है। छत्तीसगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को बस्तर संभाग के दक्षिणी छोर सहित रायपुर के आसपास के क्षेत्रों में बूंदाबांदी (drizzle) की संभावना जताई गई है। अन्य जिलों में भी मौसम शुष्क रहने के संकेत दिए हैं। दरअसल छत्तीसगढ़ में ठंड का प्रकोप बढ़ने लगा है।
मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। जिसके तहत गुरुवार को आज का तापमान सामान्य रहने के संकेत दिए गए हैं। हालांकि नवंबर के पहले सप्ताह में ठंड एक बार फिर से रफ्तार पकड़ी गई। साथ ही पिछले साल की तुलना में इस वर्ष छत्तीसगढ़ में और अधिक ठंड पड़ने की उम्मीद जताई गई है। राज्य में ठिठुरन बढ़ने वाली है। हवाओं के कारण तापमान में गिरावट का दौर शुरू हो गया हैv फिलहाल तापमान में कोई बदलाव से इनकार किया गया है हालांकि तापमान में बदलाव नहीं होने की वजह से ठंड का एहसास नहीं हो रहे हैं। कई जिलों में रात का तापमान तेजी से लुढ़क रहा है। जिससे ठंड का असर ज्यादा दिखाई दे रहा है।
बुधवार को रायपुर में दिन का तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। हालांकि ग्रामीण क्षेत्र में ठंड का असर लगातार बढ़ रहा है। जगदलपुर में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। उत्तर की तरफ से आने वाली ठंड के कारण न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
मौसम विभाग के मुताबिक 2 दिन में ठंड में और अधिक वृद्धि की संभावना जताई गई है। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक उत्तर से ठंडी हवा का आगमन उत्तर से लगातार बढ़ रहा है। बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा संचालित हो रही है। जिसके ऊपरी और मध्य वायुमंडल में आने की प्रबल संभावना है।
इसके अलावा 24 घंटे में दक्षिणी इलाके में बारिश की संभावना भी जताई गई है। प्रदेश में न्यूनतम तापमान में विशेष परिवर्तन से इनकार किया गया है। रायपुर में न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है वही आज सुबह से आसमान में बादल छाए हुए हैं। 10:00 बजे के बाद मौसम साफ हो गया है। रात के तापमान में गिरावट से ठंड बढ़ गई है। पर्यटन स्थल कड़कड़ाती ठंड का प्रभाव जल्द ही नजर आएगा। बस्तर संभाग में बारिश की संभावना जताई गई है। नवंबर के अंत तक प्रदेश में शीतलहर की आशंका जताई गई है।