रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। छत्तीसगढ में एक हफ्ते से लगातार हो रही बारिश से कई जिलों में बाढ़ आ गई है, जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया, नदी नाले उफान पर है, सड़कें जलमग्न हो गई है ,कई हाइवे भी बंद हो गए है और कई मार्गों का भी संपर्क टूट गया है। छत्तीसगढ़ मौसम विभाग (CG Weather Department) ने आज 15 जुलाई शुक्रवार को बिलासपुर-बस्तर समेत दो दर्जन जिलों में भारी से अति भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। वही कई क्षेत्रों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ तेज गर्जना व वज्रपात की संभावना है।
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सीजी मौसम विभाग (CG Weather Forecast) के अनुसार, एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर ओडिशा और उसके आसपास स्थित है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रीय चक्रवात घेरा 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। मानसून द्रोणिका जैसलमेर, कोटा, गुना, सागर, जबलपुर, पेंड्रा रोड, निम्न दाब का केंद्र और उसके बाद दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खड़ी तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। एक विंड शियर जोन 19 डिग्री उत्तर में 3.1 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके प्रभाव से आज 15 जुलाई प्रदेश में झमाझम बारिश होने के आसार है।
सीजी मौसम विभाग (CG Weather Update) के अनुसार, आज 15 जुलाई को मुंगेली, बेमेतरा, कबीरधाम, दंतेवाड़ा और बीजापुर आदि जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। आज शुक्रवार को इन क्षेत्रों में अति भारी वर्षा होने के साथ आकाशीय बिजली भी गिर सकती है। सुकमा, राजनांदगांव, दुर्ग, महासमुंद, धमतरी, गरियाबंद, बलौदाबाजार, जांजगीर और बिलासपुर जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।बारिश का क्षेत्र मुख्यत: मध्य और उत्तर छत्तीसगढ़ रहने की संभावना है।इसके प्रभाव से 15 जुलाई को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज चमक के साथ बौछार की संभावना है। गरज चमक के साथ एक-दो स्थानों पर भारी बारिश भी होने की संभावना है।
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राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2022 से अब तक राज्य में 363.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून से आज 14 जुलाई तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 933.2 मिमी और बलरामपुर जिले में सबसे कम 120.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है। प्रदेश में पिछले दस वर्षों के आधार पर अब तक वर्षा का औसत 335.7 मि.मी. है।
अबतक का बारिश का रिकॉर्ड
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सरगुजा में 144.2 मिमी, सूरजपुर में 195.5 मिमी, जशपुर में 142.7 मिमी, कोरिया में 214.6 मिमी, रायपुर में 247.9 मिमी, बलौदाबाजार में 375.4 मिमी, गरियाबंद में 426.5 मिमी, महासमुंद में 336.5 मिमी, धमतरी में 431.4 मिमी, बिलासपुर में 372.3 मिमी, मुंगेली में 431.8 मिमी, रायगढ़ में 291.9 मिमी, जांजगीर-चांपा में 439.2 मिमी, कोरबा में 243.2 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 384.0 मिमी, दुर्ग में 370.1 मिमी, कबीरधाम में 311.0 मिमी, राजनांदगांव में 407.7 मिमी, बालोद में 495.1 मिमी, बेमेतरा में 277.7 मिमी, बस्तर में 474.1 मिमी, कोण्डागांव में 449.3 मिमी, कांकेर में 512.0 मिमी, नारायणपुर में 386.6 मिमी, दंतेवाड़ा में 395.6 मिमी और सुकमा में 364.6 मिमी औसत वर्षा रिकार्ड की गई।
अबतक की जिलों की अपडेट
- गुरुवार को सुकमा जिले के कोंटा नगर में सबरी नदी की बाढ़ का पानी घुस गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोंटा से पांच किलोमीटर दूर फंदीगुड़ा के समीप पानी भर गया है।
- बीजापुर जिले की भोपानपटनम तहसील के गोदावरी-इंद्रावती नदी के तटीय क्षेत्र के लगभग दर्जन गांवों में बाढ़ की चपेट में है।
- तारलागुड़ा, चंदूर, कांडला, रामपेटा, कोत्तूर आदि गांवों में स्थित पोटाकेबिन, आश्रम-छात्रावास बच्चों से खाली करा लिए गए हैं।
- बाढ़ से घिरे कांडला के ग्रामीणो के गुरुवार को गांव छोड़कर समीप स्थित पहाड़ी पर जाने की खबर है। दोनों जिलों के करीब चार सौ स्कूलों को बंद करना पड़ा है।
- सुकमा का तेलंगाना, आंध्रप्रदेश से और बीजापुर का महाराष्ट्र से सड़क संपर्क टूटा। सुकमा, हैदराबाद और तेलंगाना की ओर जाने वाले सभी हाईवे पानी में डूब गए हैं।