पीएम मोदी 10 मार्च को जारी करेंगे महतारी वंदन योजना की पहली किस्त, 70 लाख से अधिक महिलाओं के खातों में पहुंचेंगे 1000-1000 रुपये

योजना के तहत पहली क़िस्त दिए जाने के प्रयास सरकार ने पहले भी किये थे पहले 8 मार्च का दिन तय किया गया था फिर इसे 7 मार्च किया गया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का समय नहीं मिल पाने के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था। अब फायनली कल 10 मार्च का समय प्रधानमंत्री मोदी से मिला है वे DBT के माध्यम से वर्चुअली महिलाओं के खातों में 1000-1000 रुपये की राशि ट्रांसफर करेंगे। 

Atul Saxena
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PM Narendra Modi

Mahtari Vandan Yojana : छत्तीसगढ़ सरकार कल 10 मार्च को प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं को तोहफा देने जा रही है, विष्णुदेव साय सरकार द्वारा घोषित महतारी वंदन योजना की पहली क़िस्त 1000 रुपये हर महिला के खाते में पहुंचेंगे, ये राशि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सिंगल क्लिक के माध्यम से वर्चुअली ट्रांसफर करेंगे।

महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को हर महीने मिलेंगे 1000-1000 रुपये  

मध्य प्रदेश सरकार की लाड़ली बहना योजना की तरह ही छत्तीसगढ़ सरकार ने भी अपने यहाँ नारी सशक्तिकरण की दिशा में कदम बढ़ाते हुए महतारी वंदन योजना शुरू की है जिसमें हर महीने 1000 – 1000 रुपये की राशि प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं को देना प्रस्तावित की गया है।

पीएम मोदी 10 मार्च को महिलाओं के खातों में ट्रांसफर करेंगे राशि 

योजना के तहत पहली क़िस्त दिए जाने के प्रयास सरकार ने पहले भी किये थे पहले 8 मार्च का दिन तय किया गया था फिर इसे 7 मार्च किया गया लेकिन प्रधानमंत्री मोदी का समय नहीं मिल पाने के कारण इसे स्थगित करना पड़ा था। अब फायनली कल 10 मार्च का समय प्रधानमंत्री मोदी से मिला है वे DBT के माध्यम से वर्चुअली महिलाओं के खातों में 1000-1000 रुपये की राशि ट्रांसफर करेंगे।

सीएम विष्णुदेव साय रायपुर में रहेंगे मौजूद 

सरकार हितग्राही महिलाओं को उनके मोबाइल फोन पर मैसेज भेजकर इसकी जानकारी भी दे रही है और कार्यक्रम की तैयारी भी कर रही है। राजधानी रायपुर सहित जिला एवं ब्लाक मुख्यालय, नगरीय निकायों में महतारी वंदन योजना कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा। राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज में आयोजित प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शामिल होंगे।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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