Chhattisgarh Weather Alert Today : छत्तीसगढ़ में मानसून के दोबारा एक्टिव होते ही एक बार फिर प्रदेश में बारिश का दौर शुरू हो गया है। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 10 जिलों में बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है।वही पांच व छह सितंबर को प्रदेश भर में भारी बारिश के आसार है। इस दौरान तापमान में भी दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आएगी। 1 जून 2023 से 3 सितंबर तक राज्य में 746 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है।
24 घंटे में सक्रिय होगा नया सिस्टम
छत्तीसगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक, आज सोमवार से बंगाल की खाड़ी में निम्नदाब का क्षेत्र बनने से बस्तर संभाग के जिलों में अच्छी बारिश की संभावना है, वही अन्य संभागों में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। छत्तीसगढ़ में पांच और छह सितंबर को विदर्भ, चार और छह सितंबर के दौरान छत्तीसगढ़ में हल्की से भारी बारिश होने का अनुमान है। इस दौरान आंधी चलने और बिजली गिरने की भी संभावना है।
आज इन जिलों में बारिश के आसार
- मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक सरगुजा, जशपुर, कोरिया, सूरजपुर, बलरामपुर, पेंड्रा, बिलासपुर, कबीरधाम, बस्तर और सुकमा जिलों के एक दो स्थानों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। प्रदेश के बिलासपुर व दुर्ग संभाग सहित अन्य जिलों में अगले तीन से चार दिन तक बारिश के आसार बने रह सकते हैं।
- अगले 3 घंटों में बलौदाबाजार, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर, कोरबा, कोरिया, मुंगेली, रायगढ़, सूरजपुर, सरगुजा में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।वर्तमान में एक साथ कई सिस्टम सक्रिय हो गए है, जिससे पूरे हफ्ते अच्छी बारिश होने के आसार है।
क्या कहता हैै मौसम विभाग का पूर्वानुमान
- छत्तीसगढ़ मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में एक ऊपरी साइक्लोन सर्कुलेशन उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला है।
- अगले 24 घंटे में इसके प्रभाव से एक निम्न दाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी और उससे लगे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर बनने की संभावना है।
- एक द्रोणिका उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी से उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश तक 1.5 किलोमीटर से 3.8 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला है ।
- एक ऊपरी साइक्लोन सर्कुलेशन अंदरुनी ओडिशा के ऊपर 4.5 किलोमीटर से 7.6 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
- एक ऊपरी हवा का साइक्लोन स आंध्र प्रदेश और उससे लगे तेलंगाना के ऊपर 4.5 किलोमीटर से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक विस्तारित है।
- एक द्रोणिका उत्तर प्रदेश बिहार होते हुए उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक बनने की संभावना है, जिसके कारण प्रदेश में कई जगहों पर वर्षा की संभावना बन रही है ।