School News: राज्य शासन का बड़ा फैसला, कक्षा 6 से 12 वीं के छात्रों को मिलेगा लाभ, कलेक्टरों को निर्देश जारी

Pooja Khodani
Published on -
school news

रायपुर, डेस्क रिपोर्ट। School News. छत्तीसगढ़ राज्य शासन (CG Government) ने कक्षा 6 से 12वीं के छात्रों को लेकर बड़ा फैसला किया है। अब छात्रों के स्थायी जाति और निवास प्रमाण पत्र स्कूलों में ही मिलेंगे। प्रमाण पत्र बनाने के लिए स्कूलों में विशेष शिविर लगाए जाएंगे, इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने आदेश जारी किया है और कलेक्टरों को दिशा निर्देश दिए है।

राज्य कर्मचारियों के लिए बड़ी खबर, प्रमोशन के नियमों में बदलाव! अब इस आधार पर मिलेगा लाभ

दरअसल, राज्य के सभी शासकीय, अशासकीय एवं केन्द्रीय बोर्ड के स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा 6वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को अब जाति और निवास प्रमाण पत्र के लिए कोर्ट-कचहरी का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। छत्तीसगढ़ शासन द्वारा इन कक्षाओं के विद्यार्थियों को अब स्कूलों में ही यह प्रमाण पत्र बनाकर दिए जाएंगे। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग और राजस्व विभाग के संयुक्त तत्वाधान में स्कूलों में निर्धारित तिथि में विशेष शिविर लगाए जाएंगे और विद्यार्थियों को वहीं स्थायी जाति प्रमाण पत्र और निवास प्रमाण पत्र तैयार कर दिए जाएंगे।

राज्य शासन द्वारा इस संबंध में सभी जिला कलेक्टरों (Collector) को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि शासन के ध्यान में यह आया है कि प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्कूलों में अध्ययनरत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्र-छात्राओं के जाति प्रमाण एवं निवास प्रमाण पत्र समय पर प्राप्त होने में कठिनाई हो रही है, जिसके कारण इन विद्यार्थियों को उच्च कक्षाओं में शिक्षा के लिए दाखिला लेने तथा शासकीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए आवेदन भरने में दिक्कत आ रही है।

देश में इस बार 10 दिन पहले होगी Monsoon की एंट्री! 21 मई तक केरल पहुंचने की उम्मीद

कलेक्टरों को निर्देशित किया गया है कि विद्यार्थियों के स्थायी जाति प्रमाण पत्र एवं निवास प्रमाण पत्र तैयार करने के लिए विशेष शिविर का आयोजन निरंतर जारी रखा जाए तथा विद्यार्थियों को स्थायी जाति एवं निवास प्रमाण पत्र जारी करने के निर्देशों का कड़ाई से पालन कराया जाना सुनिश्चित कराया जाए।

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News