भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर फैली तमाम अफवाहों के बीच मध्यप्रदेश के एक आदिवासी बहुल गांव ने ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है जो ना सिर्फ मिसाल है बल्कि उन लोगों के मुंह पर तमाचा भी है जो सिर्फ राजनीति करने के लिए विरोध करते हैं। गोंड और बैगा आदिवासी (Gond and Baiga Tribals) बहुल गांव जमुई मध्यप्रदेश (MP) की ऐसी पहली ग्राम पंचायत बन गई है जिसमें सभी युवाओं और बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लग चुका है।
डायरेक्ट्रेट ऑफ़ हेल्थ सर्विसेस मध्यप्रदेश ने अपने अधिकृत ट्विटर पर एक अखबार में छपी खबर को शेयर किया है। हरिभूमि अखबार की खबर के मुताबिक मध्यप्रदेश के शहडोल जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर दूर बुढ़ार रोड पर स्थित ग्राम पंचायत जमुई (Gram Panchayat Jamui) की जनसंख्या 3180 है जिसमें 18 वर्ष से ऊपर के 1855 व्यक्ति हैं। जमुई में बैगा और गोंड अधिवासियों की संख्या अधिक है। जब जिला प्रशासन ने यहाँ वैक्सीनेशन (Vaccination) के लिए प्रयास किये तो शुरुआत में सफलता नहीं मिली। लोग वैक्सीनेशन (Vaccination) को लेकर असमंजस में थे।