Allu Arjun: पैन इंडिया सुपरस्टार अल्लू अर्जुन इस समय अपनी फिल्म ‘पुष्पा 2’ को लेकर सुर्खियों में बने हुए हैं। उनकी फिल्म बॉक्स ऑफिस पर लगातार धमाल मचा रही है। हालांकि, इस बीच एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है क्योंकि पुलिस ने अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया है। दरअसल पुष्पा 2 की रिलीज से पहले हैदराबाद में एक स्क्रीनिंग रखी गई थी। यहां मची भगदड़ में एक जान चली गई थी। पुलिस ने इस घटना के बाद मामला दर्ज कर लिया था।
अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदांना की फिल्म ‘पुष्पा 2’ को लेकर दर्शकों के बीच कितना उत्साह था, यह तो हम सभी जानते हैं। इसी को देखते हुए हैदराबाद के संध्या थियेटर में रिलीज से ठीक 1 दिन पहले खास स्क्रीनिंग रखी गई थी। यहां इतनी ज्यादा भीड़ पहुंच गई कि अचानक भगदड़ मच गई। भीड़ की चपेट में एक महिला और उसका बेटा आ गए थे। पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभालते हुए दोनों को अस्पताल पहुंचाया था, जहां महिला को मृत घोषित कर दिया गया था। इसके बाद थिएटर मालिक और अल्लू अर्जुन के खिलाफ पुलिस में केस दर्ज किया गया था।
अल्लू अर्जुन ने नकारे आरोप (Allu Arjun)
जब महिला की मौत और बच्चे के घायल होने की खबर ने तूल पकड़ा। उसके बाद अल्लू अर्जुन ने सोशल मीडिया के जरिए इस घटना पर दुख जताया था। उन्होंने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा था कि “उन्हें इस घटना से बहुत दुख हो रहा है और पीड़ित परिवार के साथ उनकी संवेदनाएं हैं।” इतना ही नहीं उन्होंने बच्चों के इलाज का खर्च उठाने और परिवार को आर्थिक सहायता देने की बात भी कही थी। जब उन पर केस दर्ज किया गया तब अल्लू ने यह भी कहा कि वह कई बार थिएटर में जा चुके हैं, लेकिन ऐसी घटना कभी नहीं हुई। एक्टर ने ये भी बताया था कि उन्होंने थिएटर प्रबंधन और एसीपी को सूचित किया था कि वह वहां पर जा रहे हैं। उनकी तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई है और सारे आरोप झूठे हैं।
केस खारिज करने की हुई मांग
महिला की मौत के मामले में जब केस दर्ज किया गया तो थिएटर मालिक के साथ अल्लू अर्जुन का नाम भी सामने आया था। इस मामले में एक्टर का कहना था कि यह बोलना बिलकुल भी ठीक नहीं है कि केवल उनके आने के कारण घटना हुई है। उन्होंने इसे न्यायिक प्रक्रिया का दुरुपयोग बताया है। अल्लू के मुताबिक मामला दर्ज कर उनकी प्रतिष्ठा और सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मामले को खारिज करने और गिरफ्तारी तथा जांच प्रक्रिया पर रोक लगाने के लिए अंतरिम आदेश जारी करने की मांग भी हाइकोर्ट से की थी।