अमिताभ बच्चन ने Twitter से की गुजारिश, Edit button लगा दो, हाथ जोड़ रहे हैं, वायरल हो रहा ट्वीट 

Atul Saxena
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Amitabh Bachchan requested Twitter : ये सोशल मीडिया का जमाना है, अपनी बात लाखों लोगों तक चंद सेकण्ड में पहुँचाने के लिए सोहल मीडिया प्लेटफॉर्म बहुत कारगर और प्रभावशाली साबित हुआहै। टीनेजर हो, युवा हों या फिर बुजुर्ग हों, सभी वर्गके एकाउंट अपनी पसंद के सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर मौजूद हैं।

इन्हीं में से एक सोशल मीडिया प्लेफ़ोर्म है ट्विटर (#Twitter), इसके इस्तेमाल करने वालों की संख्या करोड़ों में हैं, सामान्य व्यक्ति, व्यापारी, राजनेता से लेकर बड़े बड़े सेलेब्रिटी Twitter पर हैं और अपनी बात को जनता तक पहुँचाने के लिए यहाँ पोस्ट करते हैं।

सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का एकाउंट भी ट्विटर पर है, वे रोज कई ट्वीट करते हैं जिसपर उनके प्रशंसक रिप्लाई भी करते हैं और ट्वीट वायरल भी होते हैं… आज अमिताभ बच्चन का एक ट्वीट जमकर वायरल हो रहा है जिसमें उन्होंने ट्विटर के मालिक एलन मस्क से एक गुजारिश की है।

दरअसल आज सीनियर बच्चन ने अपने एकाउंट @SrBachchan से ट्वीट किया – “अरे, Twitter मालिक भैया , ये Twitter पे एक Edit button भी लगा दो please !!! बार बार जब ग़लती हो जाती है, और शुभचिंतक, बताते हैं हमें, तो पूरा Tweet, delete करना पड़ता है, और ग़लत Tweet को ठीक कर के, फिर से छापना पड़ता है, हाथ जोड़ रहे हैं।”

गौरतलब है कि ये एक सामान्य समस्या है जिसका सामना ट्विटर का उपयोग करने वालों को करना पड़ता है, कई बार जल्दबाजी में लिखते समय कुछ गलती हो जाती है और उसे ऐसे ही पोस्ट कर दिया जाता है लेकिन जब गलती का अहसास होता है या कोई टोकता है तो फिर बड़ी शर्म महसूस होती है कि अब क्या करें कैसे सही करें , अंत में ट्वीट को डिलीट कर फिर से नया ट्वीट करना पड़ता है, इसी समस्या को दूर करने के लिए आज अमिताभ बच्चन ने Twitter के मालिक Elon Musk से ये गुजारिश की है

अब देखते है @elonmusk पर इसका क्या असर होता है , बहरहाल अमिताभ का ये ट्वीट जमकर वायरल हो रहा है , ट्विटर यूजर्स उनका समर्थन कर रहे हैं , कुछ अपनी तरफ से ज्ञान भी दे रहे हैं

 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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