आज हम सभी जानते हैं कि शाहरुख खान किसी भी पहचान के मोहताज नहीं हैं। शाहरुख खान ने अपनी फिल्मों से लोगों को इस कदर दीवाना बनाया कि देश ही नहीं, विदेश में भी लोगों ने उनके काम को खूब सराहा। शाहरुख खान की फिल्मों के डायलॉग इतने पॉपुलर हुए कि उन्होंने शाहरुख खान को एक्टिंग का बादशाह बना दिया। दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे में शाहरुख खान द्वारा बोले गए डायलॉग आज भी लोगों के दिल को छू जाते हैं “कहते हैं अगर किसी चीज को तुम शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश करने लग जाती है।”
लेकिन शाहरुख खान के लिए यहां तक का सफर इतना आसान नहीं रहा। यह मशहूर डायलॉग उनके जीवन में बहुत देर से आया, लेकिन यह डायलॉग उनके लिए एक हकीकत था। उन्होंने अपने जुनून को इतनी शिद्दत से चाहा कि उन्हें वह सब कुछ मिला जो उन्होंने सोचा था।

आसान नहीं रहा शाहरुख खान का जीवन
शाहरुख खान का जीवन इतना आसान नहीं रहा। वह मात्र 15 साल के थे जब उनके पिता का निधन हो गया था और जब शाहरुख खान 26 साल के थे, तब उनकी मां भी चल बसी थीं। ऐसे में शाहरुख खान ने कई उतार-चढ़ाव देखे। एक बार उन्होंने अनुपम खेर को The Anupam Kher Show में बताया कि जब उनकी मां ने आखिरी सांस ली थी, तब वह दिल्ली के एक अस्पताल की पार्किंग में बैठकर दुआ कर रहे थे। किसी ने उनसे कहा था कि अगर वह लगातार दुआ पढ़ते रहेंगे तो मां को कुछ नहीं होगा। शाहरुख खान कहते हैं कि जब उन्हें 100 बार दुआ पढ़ने के लिए कहा गया, तो उन्होंने 100 से भी ज्यादा बार पढ़ी। उन्हें यकीन था कि उनकी दुआ मां को रोक लेगी। इसी समय डॉक्टर आए और शाहरुख को ICU में जाने के लिए कहा। शाहरुख समझ गए कि अब उनकी मां की अंतिम घड़ी आ गई है।
शाहरुख की सोच के जादू है!
शाहरुख खान का जीवन को लेकर नजरिया ही अलग है। शाहरुख खान कहते हैं कि अगर तुम सचमुच स्टार हो तो इसे साबित करने का सबसे अच्छा तरीका है दयालु बनो। शाहरुख खान कभी भी लोगों को मोटिवेट करने का मौका नहीं छोड़ते। उनका मानना है कि जीवन में ऐसे भी पल आएंगे जब सब कुछ ठीक नहीं होगा, लेकिन ऐसे पलों में घबराना नहीं है। थोड़ी शर्मिंदगी के साथ तुम्हें सब कुछ झेलना है और फिर सब कुछ बदल जाएगा। जो भी करो, उसे एक बार करो, फिर उसे और सावधानी से दोबारा करो। मेहनत करो, खुद को थकाओ, फिर कोई तुम्हें रोक नहीं पाएगा। आज शाहरुख खान भारत के सबसे अमीर एक्टर हैं।
क्या बनने का था सपना?
लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर शाहरुख खान आज एक्टर नहीं होते तो क्या होते? दरअसल, शाहरुख खान को एक्टिंग का जुनून शुरुआत से नहीं था। शाहरुख खान का शुरुआती जीवन दिल्ली में बीता। शाहरुख खान का सपना आर्मी में जाकर देश की सेवा करना था। खेलकूद में भी शाहरुख खान बेहद आगे थे। वह अपने कॉलेज की हॉकी टीम के कप्तान थे, मगर चोट लग जाने के कारण उनका खेल करियर खत्म हो गया। इसके बाद उन्होंने थिएटर में एक्टिंग करना शुरू किया और फिर कुछ सालों में ही सब कुछ बदल गया। लेकिन आज अगर शाहरुख खान एक्टर नहीं होते, तो शायद वह बेहद सफल खिलाड़ी होते या देश की सेवा कर रहे होते।










