नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। लंबे समय से DA वृद्धि (DA Hike) का इंतजार कर रहे केंद्र सरकार के लाखों 7th pay commission कर्मचारियों (Employees) के लिए महंगाई भत्ते (DA) में और बढ़ोतरी की घोषणा हो सकती है।मई महीने का नवीनतम अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू डेटा (AICPI DATA) जारी कर दिया गया है जो 5% डीए वृद्धि की तरफ इशारा कर रहा है। वहीँ एआईसीपी इंडेक्स, (AICPI Index) यह दर्शाता है कि केंद्र सरकार का डीए जुलाई महीने में बढ़ने की संभावना है।
दरअसल जुलाई के अंतिम तक एक बार फिर से केंद्रीय कर्मचारियों की सैलरी (Employees salary) में बड़ा उछाल देखने को मिल सकता है। ताजा रिपोर्ट की मानें तो जुलाई में कर्मचारियों के महंगाई भत्ता की संभावना जताई जा रही है कि मई के AICPI आंकड़े भी जारी कर दिए गए हैं। जिसमें 1.3 फीसद बढ़कर 129 पहुंच गया है जिसके बाद केंद्रीय कर्मचारियों के डीए में 5 फीसद की वृद्धि तय मानी जा रही है। वहीं इसका लाभ 47 लाख कर्मचारी सहित और 68 लाख पेंशनर्स को होगा जबकि कर्मचारी की सैलरी में 40000 से लेकर डेढ़ लाख तक की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
ताजा मीडिया सूत्रों के मुताबिक जुलाई में महंगाई भत्ते में 5% की बढ़ोतरी हो सकती है। इसका मतलब है कि कुल डीए 38 से 39% तक हो सकता है। दरअसल केंद्र सरकार के कर्मचारियों का महंगाई भत्ता साल में दो बार अपडेट होता है। जबकि दूसरा जुलाई से दिसंबर तक पेश किया जाता है, पहला जनवरी से जून तक पेश किया जाता है। अप्रैल 2022 में, अखिल भारतीय CPI-IW 1.7 अंक बढ़कर 127.7 हो गया था जो मई में 1.3 फीसद बढ़कर 129 हो गया है।
वहीँ अब मंत्रालय द्वारा मई माह का AICPI आंकड़ा जारी किया गया है। मंत्रालय की ओर से 30 जून को जारी प्रेस विज्ञप्ति में मई, 2022 माह का सूचकांक जारी किया जा रहा है। मई, 2022 के लिए अखिल भारतीय सीपीआई-आईडब्ल्यू 1.3 अंकों की वृद्धि के साथ 129.0 (एक सौ उनतीस अंक) रहा। 1 महीने के प्रतिशत परिवर्तन पर, पिछले महीने की तुलना में इसमें 1.02 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में 0.42 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी।
केंद्र स्तर पर, कोयंबटूर में 5.2 अंक की अधिकतम वृद्धि दर्ज की गई, उसके बाद सेलम और जालंधर में क्रमशः 4.8 और 4.2 अंक की वृद्धि दर्ज की गई। अन्य में 6 केंद्रों में 3 से 3.9 अंक, 19 केंद्रों में 2 से 2.9 अंक, 22 केंद्रों में 1 से 1.9 अंक और 24 केंद्रों में 0.1 से 0.9 अंक के बीच वृद्धि दर्ज की गई. इसके उलट यमुनानगर में सबसे ज्यादा 1.5 अंक और दिल्ली में 1.2 अंक की गिरावट दर्ज की गई। अन्य में, केंद्रों में 0.1 से 0.9 अंक के बीच गिरावट दर्ज की गई। बाकी 3 केंद्रों के सूचकांक स्थिर रहे। साल-दर-साल मुद्रास्फीति पिछले महीने के 6.33 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने के दौरान 5.25 प्रतिशत की तुलना में 6.97 प्रतिशत रही। इसी तरह, खाद्य मुद्रास्फीति पिछले महीने के 7.05 प्रतिशत और एक साल पहले इसी महीने के दौरान 5.26 प्रतिशत के मुकाबले 7.92 प्रतिशत रही।
बता दें कि इससे पहले जनवरी 2022 में यह 0.3 अंकों की गिरावट के साथ 125.1 पर आ गया। फरवरी 2022 में, अखिल भारतीय CPI-IW 0.1 अंक गिरकर 125.0 पर आ गया। 1 महीने के प्रतिशत परिवर्तन के संदर्भ में, यह पिछले महीने की तुलना में 0.08 प्रतिशत गिर गया, जबकि एक साल पहले तुलनीय महीनों के बीच 0.68 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। मार्च में 1 अंक की वृद्धि हुई थी। 126 मार्च के लिए एआईसीपीआई इंडेक्स वैल्यू है।
महीने के लिए मुद्रास्फीति साल दर साल 6.33 प्रतिशत थी, जो पिछले महीने के 5.35 प्रतिशत और पिछले साल के इसी महीने के 5.14 प्रतिशत से अधिक थी। इसी तरह, आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, खाद्य मुद्रास्फीति पिछले महीने के 6.27% और एक साल पहले इसी महीने में 4.78% से बढ़कर 7.05% हो गई।
अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल-मई एआईसीपी इंडेक्स ने यह अनुमान बढ़ाया है कि डीए 5% तक बढ़ाया जा सकता है, जिसका अर्थ है कि कुल डीए 39 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। आपको याद होगा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 30 मार्च को महंगाई भत्ते (डीए) और महंगाई राहत (डीआर) में बढ़ोतरी की थी, जिससे 1.16 करोड़ से अधिक केंद्र सरकार के कर्मचारियों और सेवानिवृत्त लोगों को DA में 3 फीसद की वृद्धि का लाभ हुआ। वहीँ DA बढ़कर 34 फीसद हो गया था।
समझे आंकड़े
वहीं मई तक के एआईसीपीआई आंकड़े 129 पहुंच गए यदि जून के आंकड़े की गणना से डीए वृद्धि की घोषणा होती है तो कर्मचारियों का डीए 5 फीसद तक होने की संभावना जताई गई है। जैसे अधिकतम बेसिक सैलरी 56900 रूपए के बाद DA में ₹21622 प्रति माह का फायदा देखने को मिलेगा। जिसके बाद कुल सालाना डीए दो लाख 59 हजार 464 हो जाएगा।
वही किसी कर्मचारी की न्यूनतम बेसिक सैलरी 18000 रूपए है तो 38 फ़ीसदी डीए के हिसाब से उनको सालाना लगभग ₹10800 महंगाई भत्ते का भुगतान किया जाएगा। जिसके साथ ही केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते अगर 5% बढ़कर 39 फीसद होते हैं तो कर्मचारियों के वेतन में ₹10000 से लेकर ₹40000 तक की बढ़ोतरी संभव है।