लाइफस्टाइल, डेस्क रिपोर्ट। बसंत पंचमी (Basant Panchami 2022) के मौके पर मां सरस्वती (Goddess Saraswati) का पूजन अधिकांश लोग करते ही हैं। ये वो दिन है जब ज्ञान की देवी को प्रसन्न करने के साथ साथ ज्ञान अर्जन की जगह में थोड़े बदलाव किए जाएं तो उसके नतीजे बहुत सकारात्मक (Positivity) मिल सकते हैं। ज्ञान अर्जन की जगह यानि Vastu Tips में ऐसी जगह जहां बैठ कर आप या आपके बच्चे पढ़ाई करते हैं। पूरी मेहनत और लगन के बाद भी नतीजों में कुछ कमी लगती हो तो बसंत पंचमी पर अपनी स्टडी (Study) में कुछ बदलाव करने से आपको फर्क लग सकता है। चलिए जानते हैं वास्तु (Vastu Tips) के अनुसार कौन से बदलाव आपके लिए फायदेमंद हो सकते हैं।
बसंत पंचमी पर माता सरस्वती के पूजन के बाद उनकी एक प्रतिमा या तस्वीर ऐसी जगह स्थापित करें जो पढ़ते समय बच्चों को सामने नजर आए। अगर ध्यान भटकर वो इधर उधर देखेंगे, तब उन्हें मां सरस्वती ही दिखाई देंगी। जिसके बाद वे दोबारा पढ़ाई की और ध्यान देंगे। इस तस्वीर के रखने से एकाग्रता भी बढ़ेगी।
पढ़ाई की दिशा उत्तर हो तो सबसे बेहतर मानी जाती है। अगर पढ़ते समय आपका मुख किसी और दिशा में रहता है तो बसंत पंचमी के दिन स्टडी की सेटिंग में बदलाव करना बेहतर होगा। अगर उत्तर दिशा मिल पाना मुश्किल हो तो पूर्व की दिशा की ओर भी मुख कर सकते हैं।
35 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा देश का पहला Geological Park, MP के नाम बड़ी सौगात
वैसे पढ़ाई के लिए उत्तर या पूर्व दिशा उपयुक्त हैं। लेकिन कुछ लोगों को ये शिकायत होती है कि वो जीभर कर पढ़ रहे हैं। ।पूरी मेहनत से सब याद भी कर रहे हैं लेकिन मनमाफिक सफलता हाथ नहीं आ रही है। ऐसे बच्चों को सरस्वती पूजन के बाद पश्चिम की ओर रूख करके पढ़ाई करना चाहिए।
आपकी स्टडी टेबल और दीवार के बीच गैप नहीं होना चाहिए। ये दिन हर तरह के वास्तु दोष मिटाने के लिए उचित है। अगर स्टडी टेबल दीवार से दूरी पर है तो बसंत पंचमी के दिन उसकी शिफ्टिंग करें और दीवार से सटा कर रखें। अगर आप किसी कॉम्पिटेटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं तो उत्तर ही सबसे बेहतर दिशा है। सामने सरस्वती जी की प्रतिमा लगाएं उनके पूजन के बाद पढ़ाई का श्रीगणेश करें।
सरस्वती पूजन के बाद पढ़ाई की जगह पर एक विजन बोर्ड जरूर लगाएं। जिस पर आपके लक्ष्य लिखे होंगे। मां सरस्वती की पूजा के बाद पढ़ाई से पहले इस विजन बोर्ड को रोज पढ़ें। अपने लक्ष्य के लिए आपका निश्चय मजबूत होता जाएगा।
कमरे का रंग भी बहुत मायने रखता है। अगर स्टडी वाले कमरे में डार्क कलर्स हैं तो सरस्वती पूजन से पहले रंगों में कुछ बदलाव एकाग्रता बढ़ा सकते हैं। कमरे में सफेद या हल्का हरा रंग करवाना बेहतर होगा। सरस्वती पूजन के दिन सबसे पहले अपनी किताबों की अलमारी और फिर अपनी स्टडी टेबल की सफाई जरूर करें। याद रखिए साफ सुथरी जगह पर ही माता सरस्वती का वास होता है।