नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। संसद के मानसून सत्र (monsoon session) से पहले तैयारियों को लेकर कांग्रेस ने 14 जुलाई को पार्टी के संसद रणनीति समूह की बैठक (Parliament Strategy Group meeting) बुलाई है। बैठक में लोकसभा में पार्टी के नेतृत्व पर भी फैसला लिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार अधीर रंजन चौधरी पर गाज गिर सकती है। दरअसल कांग्रेस के शीर्ष नेता उनके प्रदर्शन से खुश नहीं हैं। सूत्रों का दावा है कि इस पद के लिए शशि थरूर (shashi tharoor), मनीष तिवारी (manish tiwary) और गौरव गोगोई (gaurav gogoi) सबसे आगे चल रहे हैं।
नेतृत्व में कोई बदलाव नहीं: कांग्रेस
इस बीच कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि टीम में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है क्योंकि रणनीति समूह के सभी सदस्यों को बैठक के लिए बुलाया जा रहा है। जिसमें लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं। पार्टी नेता ने कहा इस बैठक के बाद ही फैसला होने की उम्मीद है। यह फैसला कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा ही लिया जाएगा।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता की माने तो पार्टी ‘वन पर्सन वन पोस्ट’ फॉर्मूले का विकल्प चुन सकती है और इसके लिए चौधरी की जगह एक नए चेहरे को मौका दिया जायेग। हालांकि कांग्रेस नेता ने चौधरी के खिलाफ कांग्रेस के आला नेताओं में चल रही किसी शिकायत का जिक्र नहीं किया।
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यह पूछे जाने पर कि क्या चौधरी की जगह राहुल गांधी लोकसभा में पार्टी के नेता हो सकते हैं, वरिष्ठ नेता ने इस संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा बैठक के बाद ही इस पद के लिए अन्य नामों पर विचार किया जा सकता है। तब तक हम केवल अटकलें ही लगा सकते हैं।
राहुल गांधी द्वारा पद पर बने रहने से इनकार करने के बाद, बेहरामपुर के सांसद अधीर रंजन चौधरी को 2019 में लोकसभा में कांग्रेस पार्टी का नेता बनाया गया था। उस समय से वह बंगाल कांग्रेस के प्रमुख के पद के साथ-साथ इस पद पर हैं। .
इसके अलावा लोकसभा के नेतृत्व पर फैसला, पार्टी बैठक में उन मुद्दों पर भी फैसला करने जा रही है जो सत्र में उठाए जाने वाले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक बार फिर राफेल का मुद्दा उठाया जाएगा। पार्टी राफेल सौदे की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग करेगी।